उरई। आटा थाना क्षेत्र में किशोरी की सनसनीखेज हत्या के मामले का खुलासा पुलिस ने चैबीस घंटे में कर दिया है। मुख्यमंत्री के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के उदघाटन के लिए जिले में पहुंचने के कुछ घंटे पहले यह मामला सामने आने से पुलिस अधिकारियोें का हलक सूख गया था। इस मामले में गांव के ही एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। जिसने दुष्कर्म के प्रयास के दौरान इस हैवानियत को अंजाम दिया। युवक के खिलाफ पहले से रेप का एक केस चल रहा है।
आटा से 15 वर्षीय किशोरी शनिवार की रात उस समय गायब हो गई थी जब वह घर से शौच के लिए निकली थी। परिजनों ने और सूचना मिलने पर पुलिस ने रात में उसकी काफी तलाश की लेकिन कोई पता नहीं चला। सुबह उसका शव कस्बे के अम्बेडकर इंटर कालेज के पास झाड़ियों में वीभत्स हालत में बरामद किया गया। सरसरी तौर पर यह अंदाजा लगाया गया था कि किशोरी के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है। शव में आंखे विकृत नजर आ रही थी जिससे आंखों को चाकू से गोदने की बर्बरियत का भी अनुमान किया जा रहा था। हालांकि पुलिस के उच्चाधिकारियों के मौके पर पहुंचकर गहन छानबीन किये जाने के बाद आंखे गोदे जाने की थ्योरी तत्काल ही नकार दी गई थी।
सोमवार को अपर पुलिस अधीक्षक डा0 अवधेश सिंह ने इस मामले में आटा के ही रंजीत अहिरवार (35वर्ष) को गिरफ्तार किये जाने की जानकारी पत्रकारों को दी। अपर पुलिस अधीक्षक के मुताबिक रंजीत ने पुलिस से पूंछतांछ में जुर्म कबूल लिया है और बताया है कि उसने दुष्कर्म के इरादे से किशोरी को जब दबोचा तो प्रतिरोध में उसने मेरे बाल नोंच लिये और चेहरे पर नाखून मार दिये जिससे उसे खून निकल आया। इस गुस्से में उसने किशोरी को उसी का दुपट्टा गले में कसकर मार डाला। अपर पुलिस अधीक्षक ने बल देकर कहा कि न तो किशोरी की आंखे निकाली गई थी और न ही उसके साथ दुष्कर्म हुआ है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने यह भी जानकारी दी कि आरोपित रंजीत अहिरवार आदतन अपराधी है। दो साल पहले 2017 में भी उसके खिलाफ नाबालिग के साथ बलात्कार का मुकदमा कायम हुआ था जिसकी सुनवाई चल रही है। इसके अलावा उसके खिलाफ चोरी और आम्र्स एक्ट के भी मुकदमें पहले से कायम हैं। मीडिया से चर्चा के दौरान कालपी के सीओ संजय कुमार शर्मा भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री के दौरे के समय हुई किशोरी की हत्या के मामले का चैबीस घंटे में खुलासा, गांव का ही युवक गिरफ्तार

आदरणीय, यही रंजीत एक सप्ताह पूर्व संजय वर्मा के घर बदनियती से घुस गया था, यदि आटा पुलिस सुसंगत धाराओं में आरोपित पर कार्यवाही करती तो आज इतनी दिल दहलाने वाली घटना घटित नही होती अपितु पुलिस द्वारा शांति भंग की धारा151में चालान कर अपने कर्तव्य पालन कर दिया गया।जमानत पर आने के बाद आरोपित उक्त घटना को अंजाम दिया…