उन्नाव। कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद कानपुर में तैनात खंड शिक्षाधिकारी ने शनिवार की देररात फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजनो ने रविवार की सुबह फांसी पर शव लटकता देखा तो पुलिस को अवगत कराया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शहर कोतवाली क्षेत्र के कल्याणी देवी मोहल्ला निवासी़ सुरेश वर्मा (53) पुत्र गंगाचरण कानपुर में खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) के पद पर तैनात था। एक पखवाड़ा पहले तबियत खराब होने पर टायफाइड और कोरोना की जांच 27 जुलाई को उर्सला में करवाई थी। शनिवार की दोपहर उर्सला से फोन पर जानकारी दी गई कि जांच में अधेड़ कोरोना संक्रमित मिले है। देर रात परिवार के सभी सदस्य खाना खाने के बाद अपने अपने कमरों में सोने के लिए चले गए। तभी रात में बीईओ ने डर से कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। रविवार की सुबह पत्नी हेमलता ने शव लटकता देखा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुुंचे चैकी प्रभारी सिविल लाइन सुबोध कुमार यादव ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल
रविवार की दोपहर पोस्टमार्टम हाउस पहुुंचे मृतक के बेटे सुमित ने बताया कि पिता कानपुर में बीईओ होने पर उनके पास तीन ब्लॉक सदर बाजार, किदवईनगर और मुख्यालय था। तबियत खराब होने पर छुट्टी ले रखी थी। मृतक अपने पीछे बेटी सुप्रिया व पत्नी हेमलता को छोड़ गया है। मौत को लेकर परिजन रो-रोकर बेहाल है।
कोरोना संक्रमित मिलने पर पोस्टमार्टम में हड़कंप
मृतक बीईओ के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी होने पर पुलिस से लेकर पोस्टमार्टम हाउस कर्मियों तक में हड़कंप मच गया। पुलिस ने आनन फानन पंचायतनामा भर कर शव को पोस्टमार्टम कर्मियों के सुपुर्द कर दिया।