उरई। उपचुनाव में तैयारी के लिए अखिलेश यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से नेताओं और कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारी देकर यह एहसास दिलाने की कोशिश की कि हर एक कार्यकर्ता की समाजवादी पार्टी के संघर्ष में कितनी अहम भूमिका है।
अखिलेश यादव से मिलने और चुनाव में अपनी भूमिका बताने के लिए दूर-दूर के नेताओं ने लखनऊ में डेरा जमाया था। भीड़ बहुत थी, इसी बीच अखिलेश यादव की आवाज आती है। संजय इधर आओ जनपद जालौन के छोटे से गांव मिझौना के निवासी संजय सोच में पड़ जाते हैं। अखिलेश यादव उनका नाम कैसे जानते हैं, संजय पहले ही नेक कार्य के लिए जनपद में सुर्खियां बटोर रहे थे।
इसीलिए उन्हें समझने भी देर नहीं लगी कि अखिलेश यादव ने उनको ही बुलाया है। अखिलेश ने संजय से कहा कि तुमने लॉकडाउन में लोगों की सराहनीय मदद की है जिसके बारे में कुछ नेताओं द्वारा हमें बताया गया है।
अखिलेश यादव द्वारा कहा गया कि तुमने 65000 रूपये एक बार किसी को लौटाए थे। मुझे यह सुनकर अपनी पार्टी के आप जैसे कार्यकर्ता पर गर्व हुआ जो जनमानस में पार्टी की छवि को चमकीला बनाने के लिए समर्पित हैं। तुम्हें इसका इनाम मिलेगा और जल्दी ही पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जायेगी। अभी तुम उपचुनाव में जोर-शोर से प्रचार प्रसार करो। तुम ब्राह्मण समाज से आते हो जो महत्वपूर्ण है। हमें भरोसा है, तुम पार्टी को बहुत ही मजबूती दोगे।
इसके बाद संजय के साथ अखिलेश यादव ने एक तस्वीर अपने मीडिया प्रभारी द्वारा खिंचवाई। अखिलेश से मिले इस प्रोत्साहन से संजय गदगद हैं।
जब कार्यकर्ताओं की भीड़ में अखिलेश ने बुलाया संजय मिझौना को…..
