उरई। जैविक खाद से पैदावार में कमी आने का मिथक निर्मूल है । सच्चाई यह है कि जैविक खाद से न केवल रासायनिक खाद के बराबर ही पैदावार होती है बल्कि कई बार पैदावार बढ जाती है। इसके अलावा जैविक खाद से दोष रहित , पौष्टिक और स्वादिष्ट उपज तैयार होती है। इसलिये लोग आज रासायनिक खाद छोडकर जैविक खेती की ओर अग्रसर हो रहे है।
यह बात सहकार भारती उत्तर प्रदेश के महामंत्री डा0 प्रवीण सिंह जादौन ने कोंच रोड स्थित इफको के किसान बाजार में आयोजित किसान सभा की बैठक में कही। उन्होने कहा कि जैविक खेती भूमि की उर्वरा शक्ति के संरक्षण और मानव स्वास्थ्य के लिये अत्यन्त लाभदायक है। इस अवसर पर इफको के क्षेत्रीय अधिकारी रामरतन सिंह ने जैव कल्चर की जानकारी दी जिससे किसान अपने बीज का शोधन कर सकते है।
कार्यक्रम में सहकार भारती के जिलाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह राजावत , जितेन्द्र पटेल , विनय चैरसिया , प्रवेन्द्र तोमर , राकेश पुरवार , रणविजय सिंह चैहान और रंजीत सिंह आदि ने भाग लिया ।