उरई | वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं और इसे ले कर अपने विभाग के उच्चाधिकारियों की लगातार खरी खोटी सुनते हलकान जिला पुलिस ने जब मशक्कत की तो पता चला कि दीया तले अन्धेरा पसरा है | कई बार दबोचे जाने से पस्त कर दिए गए जिन पेशेवर अपराधियों के बारे में यह सोच लिया गया था कि वे टूट चुके हैं , पुलिस के अपने प्रति लापरवाह रुख का फ़ायदा उठा कर वे ही हाथ दिखाने में लगे थे | कोतवाली पुलिस एस ओ जी के साथ सुरागरशी करते हुए आगे बढ़ी तो उसके हाथ इन उस्तादों के गिरेबाँ तक पहुँच गए | चोरी के वाहनों के बड़े जखीरे के साथ आधा दर्जन ऑटो लिफ्टरों को पकड़ने के लिए जिले के एस पी ने कोतवाली और एस ओ जी की टीमों को 20 हजार रूपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है |
एस पी ने इस सिलसिले में मीडिया को बताया कि पकडे गए बदमाशों की निशानदेही पर फैक्ट्री एरिया में झाड़ियों में छिपा कर रखे गयी 12 दर्जन मोटर साइकिलें बरामद की गयीं जिनमें 4 कटी हालत में हैं | पहले जब ये पकडे में आये तब इनके पास से 2 मोटर साइकिलें बरामद हुई थीं | पूंछताछ में इन लोगों ने बताया कि ये लोग मोटर साइकिले चुरा कर उनमें दूसरी नंबर प्लेट जड़ देते थे और बेच देते थे | जो बिक नहीं पाती थीं उनको तोड़ कर उनके पुर्जे बेचने का सिलसिला जमाते थे |
बरामद बाइकों में से 5 की चोरी की रिपोर्ट उरई कोतवाली में दर्ज हैं | कई मोटर साइकिलें दूसरे जिलों से भी चुराई गयीं हैं | इसके लिए आरोपितों से पूंछताछ चल रही है | एस पी ने गिरफ्तार आरोपितों के नाम संदीप उर्फ़ पवन अहिरवार निवासी ग्राम पाली थाना कदौरा हाल मुकाम मोहल्ला उमरार खेरा उरई 27 वर्ष , अनिकेत पांचाल निवासी सोमई थाना एट 19 वर्ष , अंशुल अहिरवार निवासी सोमई थाना एट 20 वर्ष , कृष्ण कुमार पांचाल निवासी बोहद्पुरा उरई 20 वर्ष , धर्मेन्द्र मोहल्ला रामनगर 27 वर्ष और सुमित वर्मा निवासी विद्या मंदिर के पीछे मोहल्ला शान्ति नगर उरई 23 वर्ष बताये हैं | सभी के खिलाफ पहले से कई संगीन मुकदमे दर्ज हैं फिर भी पुलिस इनकी लगातार निगरानी में चूक रही थी |