उरई । हमीरपुर जिले के कुरारा विकास खण्ड के पतारा गांव मे पिछले दिनो लाठी डंडो से पीट पीट कर की गयी हत्या के मामले में मृतक के परिवार वालो से मिलने नगीना सांसद और भीम आर्मी चीफ आजाद समाज पार्टी के मुखिया गांव पहुंचे | उन्होंने मृत किसान के परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी या संविदा की नौकरी दे जिससे परिवार का भरण पोषण हो सके क्योकि मृतक घर में एक मात्र कमाने वाला सदस्य था । उन्होंने हमीरपुर पुलिस के ऊपर गंम्भीर आरोप लगाये हैं | उन्होंने कहा कि अगर पुलिस पहले कार्रवाई करती तो मृतक किसान छोटे लाल प्रजापति की हत्या न होती|
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार गुंडों का समर्थन कर रही है। पतारा गांव में करीब 70 फीसदी कच्चे मकान हैं। वे पीड़ित परिवार के घर के दरवाजे में झुककर दाखिल हो पाए | इसे ले कर उन्होंने एसडीएम पवन पाठक से कहा कि आपको यह लोग आवास के लिए पात्र नहीं लगे। वहीं सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण के उप वर्गीकरण के फैसले को लेकर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं पर क्या सुप्रें कोर्ट ने पहले कभी अपने फैसले वापस नहीं लिए, उन्ही में से एक जज ने उपवर्गीकरण का विरोध भी किया है। पार्लियामेंट बड़ी है सुप्रीम कोर्ट छोटा है। जनता के पैसे सुप्रीम कोर्ट के जजों को तनख्वाह मिलती है। पतारा से पीड़ितों से मिलने के बाद उनका काफिला सुमेरपुर कस्बे के बैलाही बाजार के पास थोड़ा देर के लिये रुका जहा भीम आर्मी के कार्यकताओ ने ढोल नागडे , फूल मालाओ और नीले झंडे के साथ उनका स्वागत किया | परमिशन न होने के कारण बैलाही बाजार त्रिवेणी के पास बाब साहब के मूर्ति मे माल्यार्पण का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा | वो सीधे अपने काफिले के साथ मौदहा के लिए रवाना हो गए।