उरई, 16 नवम्बर (सू0वि0)।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला स्तरीय नारको काॅरडिनेशन सेन्टर(एनसीओआरडी) की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई जिसमें जिलाधिकारी ने बिन्दुवार समीक्षा करते हुये संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होने कहा कि नार्कोटिक्स पदार्थो की तस्करी एवं उनके दुरूपयोग व प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर प्रभावी नियन्त्रण हेतु जनपद में औषधि निरीक्षक, क्षेत्रीय निदेशक, नार्काेटिक्स एवं आबकारी विभाग द्वारा आपसी सम्पर्क एवं समन्वय स्थापित करते हुये प्रभावी कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। उन्होने औषधि की दुकानों पर प्रतिबंधित दवाओं की डाॅक्टर के प्रिसक्रिप्शन पर ही बिक्री करने एवं जनपद में स्थित सभी कैमिस्टों को फोन/व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जोड़कर प्रतिबंधित दवाओं के भण्डारण एवं बिक्री संबंधी सूचना तन्त्र को विकसित करने तथा इंजीनियरिंग, मेडिकल कालेज एवं विद्यालयों के पास स्थित कैमिस्ट की दुकानों को नियमित रूप से चैक करने केभी निर्देश दिए. मादक पदार्थो की तस्करी, परिवहन, बिक्री, भण्डारण पर नियन्त्रण हेतु एस0जी0एस0टी0, सी0जी0एस0टी0, पुलिस एवं आबकारी विभाग एवं अन्य विभाग जिनके द्वारा प्रवर्तन कार्य किया जाता है को आपसी सम्पर्क, समन्वय कर रोड चेकिंग करने के लिए कहा । उन्होने निर्देशित किया कि नार्कोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो अफीम, भांग, गांजा आदि नशीले पदार्थो की खेती/उत्पादन को ले कर
कृषि अधिकारी से चर्चा कर इसे
चिन्हित कराएं , अफीम, भांग, गांजा की अवैध खेती करने वाले क्षेत्रों में एन0डी0पी0एस0 एक्ट की जानकारी व इसके हानिकारक प्रभावों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कराना सुनिश्चित करें. जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जनपद में नशामुक्ति केंद्र स्थापित किया जाए.साथ ही समस्त उपजिलाधिकारी समय समय पर नशामुक्ति समिति के साथ बैठक करना सुनिश्चित करे।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एन0डी0 शर्मा, जिला कृषि अधिकारी गौरव यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार पण्डित, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार, समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण सिंह आबकारी निरीक्षक सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।