उरई | कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अजनारी में हुई कम्युनिष्ट पार्टी के वृद्ध कार्यकर्ता की ह्त्या के मामले में पुलिस ने मिले क्लू के आधार पर उसके मंझले पुत्र को हिरासत में ले कर कड़ाई से पूंछताछ की तो वारदात का भेद उजागर हो गया | मृतक के पुत्र स्वीकार किया कि पिता द्वारा करोड़ों की पैतृक जमीन के मामले में उससे दुभांति की जा रही थी जिससे बौखला कर उसने यह कदम उठा डाला |
नगर पुलिस क्षेत्राधिकारी गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार को सुबह सूचना मिली कि ग्राम अजनारी निवासी भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता परशुराम कुशवाहा (70) वर्ष की बीती रात झांसी रोड स्थित अपने फ़ार्म हाउस पर अज्ञात व्यक्ति ने धारदार हथियार से ह्त्या कर दी है | जानकारी मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पड़ताल के लिए मौके पर पहुँच गए |
चुनाव के दौरान एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता की ह्त्या का मामला सनसनीखेज बना हुआ था जिसके कारण पुलिस के अधिकारियों ने जांच में बेहद तत्परता दिखाई | बारीकी से तथ्यों पर गौर करने पर अधिकारियों की निगाह मृतक के मंझले पुत्र राम आसरे पर जा टिकी | उसे हिरासत में ले कर पूंछताछ की गयी तो पुलिस की कड़ाई के कारण कुछ ही देर में वह क़ुबूल बैठा कि गत रात शराब के नशे में उसने ही अपने पिता को सर में सरिया मार कर ठिकाने लगाया है | इतना ही नहीं उसने पुलिस को वारदात में प्रयुक्त सरिया भी बरामद करा दिया |
राम आसरे के मुताबिक़ उसके पिता ने कुछ दिनों पहले हाई वे किनारे की अपनी 30 बीघा जमीन में से 4 बीघा जमीन करोड़ों कीमत ले कर बेच दी थी लेकिन इसमें पिता ने एक कौड़ी भी उसे नहीं दी | राम आसरे इससे अत्यंत क्षुब्ध था | आखिर में आवेश में वह पिता की ह्त्या जैसा कदम उठा बैठा | राम आसरे को अदालत के सामने पेश कर जेल भेज दिया गया है |