उरई । 12 वर्षीय बच्ची की जान बचाने के लिए साइबर क्राइम में तैनात हेड कांस्टेबल ने खून देकर मानवीय भावना की शानदार मिसाल कायम की । बताया गया है कि कालपी से रेफर करके राजकीय मेडिकल कालेज लायी गयी 12 वर्षीय बच्ची की जान बचाने के लिए रविवार को खून की जरूरत पड़ी। डॉक्टरों का कहना था कि बच्चे को खून चढ़ाना बेहद जरूरी है तो उसके पिता भाग कर रात करीब दो बजे मेडिकल कालेज के ब्लड बैंक गए लेकिन वहाँ ब्लड नहीं मिला । परिजन रक्तदाता की तलाश में बदहवास भटक रहे थे। इसी बीच उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता शांति स्वरूप माहेश्वरी से संपर्क साधा तो शांति स्वरूप महेश्वरी ने अपने फेसबुक पेज पर मरीज का परिचय डाल कर ब्लड डोनेशन के लिए अपील की | साइबर क्राइम में तैनात हेड कांस्टेबल आशुतोष गौतम की निगाह जब फेस बुक पोस्ट पर पडी तो उन्होंने राजकीय मेडिकल कालेज पहुँच कर पायल नाम की इस बच्ची को सहर्ष अपना ब्लड देने की पेशकश की जिससे बच्ची की जान के लिए संकट टल सका ।
परिजनों ने आशुतोष गौतम को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि जब कोई उपाय नहीं दिख रहा था तब आशुतोष गौतम बच्ची के लिए फरिश्ता बनकर आए। वह आशुतोष गौतम को उम्र भर याद रखेंगे।