उरई | भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के तत्वावधान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन स्थानीय सिटी सेंटर हाल में किया गया। शुरुआत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय प्रकाश पाल क्षेत्रीय अध्यक्ष कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र भाजपा,सांसद केंद्रीय राज्य मंत्री भारत सरकार भानु प्रताप सिंह वर्मा, पूर्व सांसद जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी,सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा, माधो गढ़ विधायक मूलचंद निरंजन, भाजपा की जिलाध्यक्ष श्रीमती उर्विजा दीक्षित,अध्यक्ष जेडीसी बैंक बृजभूषण सिंह मुन्नू और कार्यक्रम के संयोजक आशीष मिश्रा जिला संयोजक भाजपा शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ ने मां सरस्वती का पूजन करके अटलजी, दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी, के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई ।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक आशीष मिश्रा ने सभी अतिथियों व कवियों का शाल उढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया।कवि सम्मेलन का शुभारंभ कवियित्री श्रीमती रुचि वाजपेई ने बाणी वंदना पढ़कर की। इसके बाद अलीगढ़ से आए वेद प्रकाश मणि ने काशी से कावा तक खोदो भोले बाबा निकलेंगे सुनाकर श्रोताओं से खूब तालियां बजवाई | कोंच से आई कवियित्री रितु चतुर्वेदी ने पढ़ा पाँव में पायल नहीं है न जरूरी है, मुस्कुराहट ही तेरा अब तो मेरा सिंगार है। भिंड से आए डॉक्टर सुनील त्रिपाठी निराला ने पिता अगर धृतराष्ट्र हो तो वंश पूरा डूब जाता है पंक्तियाँ सुना कर श्रोताओं को खूब हंसाया। रुचि वाजपेई ने पढ़ा करो यदि वंदना मां की तो चारों धाम मिलते हैं सुन कर श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी। औरैया से आए वीर रस के कवि अजय अंजाम ने कहीं गीता महकती है कहीं कुरान की खुशबू ,बहुत सोंधी है मेरे गांव के खलियान की खुशबू पढ़कर श्रोताओं में जोश भर दिया | इसके अलावा श्रीमती गरिमा पाठक,अनिल शर्मा,हरनाथ सिंह बामोर,गणेश शंकर त्रिपाठी, प्रतापगढ़ से आई कवियित्री श्रीमती मीरा तिवारी,निर्मल पांडे,वीरेंद्र तिवारी आदि ने कविता पाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने तथा संचालन वीरेंद्र तिवारी ने किया। इस अवसर पर भानु प्रताप सिंह वर्मा ने समाज के लिए समर्पित रहे तीन समाज सेवकों की स्मृति में उनके परिजनों का शाल उढाकर और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया जिसमें कवि,शिक्षक तथा पत्रकार स्वर्गीय ओम प्रकाश शुक्ला की स्मृति में उनके पुत्र क्रमांक शुक्ला, पुत्री श्रीमती उर्विजा दीक्षित को, वरिष्ठ चिकित्सक स्वर्गीय डॉ विनय तिवारी की स्मृति में उनके पुत्र सलिल तिवारी को, तथा स्वर्गीय श्रीमती विष्णु कुमारी अध्यापिका की स्मृति में उनके पुत्र आशीष मिश्रा चमारी शामिल हैं | अंत में कार्यक्रम के संयोजक आशीष मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया।