उरई. एक टांग में गोली लगी होने के वाबजूद कानपुर में हैलेट अस्पताल से सिपाहियों को चकमा दे कर भाग निकले फर्जी एस ओ जी दरोगा को कुठोंद के तेजतर्रार थानाध्यक्ष कमलेश कुमार ने अपने क्षेत्र में एस ओ जी और सर्विलांस के सहयोग से धर दबोचा. इस दौरान दुस्साहसी अपराधियों को कड़ा सन्देश देने के लिए पुलिस ने उसकी दूसरी साबुत टांग में भी गोली मार दी.
जगम्मनपुर निवासी जितेंद्र सिंह परिहार उर्फ़ शैलेन्द्र एस ओ जी का दरोगा बन कर लूटपाट को कई बारदातों को अंजाम दे चुका था. वह औरैया में वान्छित था. इसी दौरान 10 नवम्बर को उरई कोतवाली क्षेत्र में राहिया के पास कोतवाली पुलिस ने एस ओ जी और सर्विलांस के साथ उसे घेर लिया. इस दौरान दुतरफ़ा फायरिंग हुई जिसमें पुलिस के दावे के अनुसार जितेंद्र परिहार एक पैर में पुलिस की गोली से घायल हो कर गिर पड़ा. उसे इलाज के लिए कानपुर में हैलेट अस्पताल ले जाया गया था. इस दौरान उसकी अभिरक्षा में तैनात 2सिपाहियों की लापरवाही से गत सोमवार को वह फिर भाग निकला था. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक इरज राजा ने कई टीमें गठित कर दी थीं.
पुलिस की विज्ञप्ति के अनुसार गुरुवार की शाम कुठोंद थाना क्षेत्र में सूचना मिली कि जितेंद्र बाइक से बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के पास सर्विस रोड पर गोरा रोड के नजदीक बाइक से जा रहा है जहां उसे घेर लिया गया. पुलिस का कहना है कि जितेंद्र तमंचा लिए था. पुलिस को आता देख उसने फायरिंग कर दी तो पुलिस को जवाबी फायर करना पड़ा जिसमें उसके दूसरे पैर में भी पुलिस की गोली धंस गयी और वह अशक्त हो कर गिर पड़ा.