उरई।
पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधीक्षक डा. ईरज राजा ने अपराध गोष्ठी आयोजित की जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी गण और जिले के सभी थाना प्रभारी उपस्थित थे। पुलिस अधीक्षक ने इसमें थानाध्यक्षों के पेंच विरोधात्मक कार्रवाइयों और विवेचनाओं के त्वरित निस्तारण के लिये कसे।
पुलिस अधीक्षक ने अधीनस्थों को याद दिलाया कि कुछ ही दिन बाद धनतेरस, दीपावली और भइयादूज के बड़े त्योहार आ रहे हैं जिन्हें सकुशल संपन्न कराने के लिये पुलिस को चैकसी बरतनी होगी। धनतेरस के बाजार के दिन नगरों में यातायात प्रबंधन की ठोस तैयारी की जाये। त्योहारों में आतिशबाजी के दिन कोई हादसा न हो पाये इसके लिये पुलिस एतिहाती कार्रवाई करे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में चोरी की वारदातें बढ़ जाती हैं। इसलिये रात्रि गस्त को प्रभारी बनाया जाये। उन्होंने वांछित अपराधियों की तेजी से गिरफ्तारी के निर्देश दिये।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि छोटी से छोटी घटना में प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिये। इससे बड़ी घटनायें रोकी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि अन्याय पीड़ितों की मदद की जाये। अराजक तत्वों के साथ किसी भी तरह की सांठ गांठ को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। पुलिस कार्रवाई में लापरवाही भी अक्षम्य है।
उन्होंने दीपावली के मौके पर जुआ शुरू होने की कुरीति के बिंदु पर भी थाना प्रभारियों का ध्यान खींचा। कहा कि जुआ को बढ़ावा देना भारी पड़ सकता है। कई गंभीर घटनाओं के पीछे जुए में हार जीत ही मुख्य वजह होती है।
उन्होंने विवेचनाओं के त्वरित निस्तारण पर जोर दिया। कहा कि हर अपराध की छानबीन जल्द से जल्द तार्किक परिणाम तक पहुंचाने की कोशिश की जानी चाहिये। इससे सजा का प्रतिशत बढ़ेगा जो अपराधों में गिरावट का सबसे बड़ा उपाय है।