माधौगढ़-उरई।
बारिश के चलते तहसील परिसर में भीषण जल भराव के कारण अधिकारियों, कर्मचारियों, अधिवक्ताओं और फरियादियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बताया जाता है कि कस्बे और तहसील परिसर में जल निकासी के इंतजामों का कोई पुरसाहाल नहीं है जिसके चलते बारिश में नारकीय स्थिति पैदा हो जाती है। कई वर्षों से यही आलम बना हुआ है। 2013 में जब नगर और तहसील परिसर में जल भराव के कारण बाढ़ की स्थितियां बन गयीं तो तहसील कार्यालय को बंद किये जाने की नौबत आ गयी थी। तत्कालीन उप जिलाधिकारी शिव सिंह को एक नहीं तीन बार तहसील दिवस में अपना परिसर छोड़कर नगर पंचायत कार्यालय में बैठना पड़ा था। सन् 2022 में भी तेज बारिश के चलते दर्जनों गांव का पानी नगर पंचायत क्षेत्र में घुस आया जिसके चलते तहसील, सीओ परिसर के साथ साथ सड़क तक पर आवागमन अवरूद्ध हो गया था। सन् 2023 में नगर पंचायत अध्यक्ष चुने गये तो उन्होंने दूरगामी सोच का परिचय देते हुये शुरू में ही नाले नालियों को युद्ध स्तर पर साफ करा डाला था जिससे पानी की निकासी सुगम हो गयी थी। लेकिन पिछले चार दिनों की अनवरत बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। जिससे तहसील परिसर, पुलिस क्षेत्राधिकारी परिसर और हरौली सड़क मार्ग तथा उससे जुड़े मुहल्लों में जल प्लावन का दृश्य उपस्थित कर दिया। लोगों के घरों तक में पानी भर जाने से उन्हें अनियत्त पलायन करना पड़ा। लोग पूंछ रहे हैं कि आखिर कब तक बाहर के गांव का पानी उल्टा बहकर नगर में आता रहेगा। नया अम्बेडकर निवासी हृदयेश मिश्रा, भीम सक्सेना, राजू विश्वकर्मा, आशू सेंगर, पातीराम कुशवाहा, फिरोज खान, किरन मिश्रा, जुलीसन, नासिर खान आदि प्रबुद्ध नागरिकों ने जल निकासी के लिये शासन और प्रशासन से गुहार लगायी। इस बीच पता चला है कि शनिवार को होने वाले सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन तहसील परिसर में जलभराव के कारण ब्लाॅक परिसर में कराने की योजना बनायी जा रही है। नवागत जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय इसमें उपस्थित रहेंगे। जिसके कारण नगर में साफ सफाई की आज से ही चाक चैबंद व्यवस्था की गयी है।