उरई। डाॅ. अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट आॅफ इण्डिया ने बहन मायावती का जन्मदिन राजनीतिक चेतना दिवस के रूप में मनाया गया जिसमें भेदभाव और मेहनत कशों के शोषण पर आधारित सामाजिक व्यवस्था को बदलने के लिए बौद्धिक जागरण और संघर्ष का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर फ्रंट के नव नियुक्त जिलाध्यक्ष उमाकांत धूरिया के आवास पर उन्ही की अध्यक्षता में गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें सबसे पहले बहन मायावती के चित्र पर नीला तिलक लगाकर उनका अभिनन्दन किया गया और उन्हें शुभकामनाएं देते हुए युगों-युगों तक उनके जीने और प्रेरणा देते रहने की कामना की गई। मुख्य अतिथि के रूप में फ्रंट के प्रदेश संयोजक मनीष आनंद ने कहा कि शोषित पीड़ित जनता की बहनजी सच्ची मसीहा हैं। जिनके योगदान का पूरी दुनिया में कोई सानी नही है। उन्होंने दबे-कुचले समाज को सम्मान से जीने का हौसला दिया। यह समाज उनके ऋण से कभी उऋण नही हो पायेगा।
विशिष्ट अतिथि पूर्व छात्रसंघ महामंत्री प्रणीत अलिंद ने कहा कि मायावती जी ने जिस सामाजिक क्रांति को साकार किया वह वर्तमान विश्व की सबसे बड़ी परिवर्तन कारी क्रांति है। उन्होंने कहा कि आने वाली कई सदियों तक शोषण और उत्पीड़न के शिकार लोग उनसे प्रेरणा लेते रहेंगे। मंडल उपाध्यक्ष शैलेष गौतम ने कहा कि बहनजी ने हमें गर्व से सिर उठाकर जीने का अवसर दिया। किसी भी समाज को आगे बढ़ने का रास्ता तभी मिलता है जब उसमें स्वाभिमान जागृत हो जाये।






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