उरई। लखनऊ में शिक्षकों के प्रदर्शन पर लाठी चार्ज और इसमें एक शिक्षक की मौत की घटना से उबले शिक्षकों और कर्मचारियों ने गुरुवार को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय में एकत्र होकर विरोध प्रकट किया। इस दौरान शोकसभा भी हुई जिसमें कुशीनगर जनपद के माध्यमिक विद्यालय में अंग्रेजी प्रवक्ता पद पर कार्यरत डाॅ. रामाशीष की लाठी चार्ज में मौत को लेकर उनके परिवार के प्रति शोक संवेदना जताई गई। साथ ही दो मिनट का मौन धारण कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।
इस सभा में उपस्थित कर्मचारियों और शिक्षक नेताओं ने दिवंगत शिक्षक के आश्रितों को एक करोड़ रुपये मुआवजा, उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, दोषी पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी व उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। साथ ही शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए तत्काल पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली की मांग भी दोहराई।
इसके बाद शाम को माहिल तालाब स्थित गांधी प्रतिमा से शहीद भगत सिंह चैराहा होते हुए गांधी चबूतरा तक कैंडल मार्च निकाला गया। इसमें अटेवा के जिला संयोजक राकेश सरोज, महामंत्री उदयवीर निरंजन, संरक्षक संपूर्णानंद गौतम, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र राजपूत, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ठाकुर दास यादव व महेंद्र भाटिया, सुंदर सिंह शास्त्री, रवि प्रकाश वर्मा, गिरेंद्र सिंह कुशवहा, इलियास मंसूरी, बृजेश श्रीवास्तव, भानु यादव, अरुण पांचाल, संजय दुबे, मनीष निरंजन, सुरेश वर्मा, पुष्पेंद्र यादव, श्रद्धानंद, विकास गुप्ता, संतोष विश्वकर्मा, देवेंद्र कुलश्रेष्ठ, मनीष पालीवाल, इंद्रपाल, गोविंद सुमन आदि शिक्षक व कर्मचारी नेता मौजूद रहे।






Leave a comment