उरई। जिले की पुलिस कोशिश तो कर रही है अपनी जाबांज छवि जनमानस में गढ़ने की लेकिन उसका यह दांव उल्टा पड़ रहा है जिसका भान शायद उसको नही है। हर रोज किसी न किसी थाने में बदमाशों से मुठभेड़ की जो कहानी रची जा रही है उससे जाहिर यह होता है कि पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है। जिसकी वजह से उस पर छुटभैये बदमाश तक हमला बोलने में नहीं चूंक रहे।
ताजा मामला कदौरा थाना क्षेत्र का है जहां 7 दिसंबर को पुलिस ने लूटपाट की घटना में कथित तौर पर शामिल बदमाशों द्वारा गिरफ्तारी के समय उस पर फायर खोल देने की बात कही थी। पुलिस ने कहा था कि जब उसने भी जबाबी कार्रवाई की तब कहीं जाकर बदमाश भागे जिनमे ंसे दो को भागते समय गिरफ्तार कर लिया गया जबकि दो भाग निकले थे।
पुलिस की अपनी ही तस्वीर बदरंग करने की इस गलती की याद शनिवार को उस समय फिर ताजा हो गई जब कदौरा पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान भागे हुए बदमाशों में से एक आरोपी को आज गिरफ्तार करने का दावा किया।






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