जालौन-उरई। रविवार को सड़क दुर्घटना में हुई तीन लोगों की मृत्यु के बाद नगर हुए बबाल के मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा 55 लोगों के खिलाफ नामजद तथा लगभग 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। मंगलवार को उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अज्ञात लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी कर अज्ञात लोगों की संख्या 800 से अधिक कर दी गई है। इसके अलावा मंगलवार को पुलिस ने बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष को पूछतांछ के लिए कोतवाली में बैठा लिया। वहीं, घटना के तीन दिन बाद तक पुलिस ने जांच के लिए किसी की किसी जांच अधिकारी की नियुक्ति नहीं की है।
रविवार को औरय्या रोड स्थित पेट्रोल टेंक के सामने तेज रफ्तार डंफर से बाइक सवार दंपत्ति व मासूम के की मौत के बाद उत्तेजित भीड़ द्वारा तीन डंफरों सहित एक फायर बिग्रेड की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया था। इसके अलावा भीड़ ने उरई सीओ की गाड़ी के साथ भी तोड़फोड़ कर दी थी। उक्त मामले में पुलिस बल की संख्या में कमी तथा मवालियों में संख्या में अधिकता से पुलिस बल को कई बार पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा था। लगभग चार घंटे तक चले बबाल के बाद मौके पर पहुंचे एसपी डाॅ. राकेश सिंह के मौके पर पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ था। उक्त मामले में कोतवाली पुलिस ने 55 नामजद तथा 400 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। परंतु मंगलवार को उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अज्ञात लोगों की संख्या में वृद्धि की गई है। अब अज्ञात लोगों की संख्या 400 से बढ़ाकर 800 से अधिक कर दी गई है। लेकिन घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक जांच अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है। पुलिस द्वारा सोमवार को घटना में नामजद लगभग एक दर्जन नामों को तो उजागर किया गया था। इसके बाद अन्य नामों पर पुलिस ने चुप्पी साध रखी है।
उधर, स्पेशल ड्यूटी से वापस लौटे सीओ अरूण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस घटना की वीडियो फुटेज लगातार खंगाल रही है। जिससे एक एक दंगाई की पहचान की जा रही है। जो भी उक्त घटना में शामिल हैं, उन्हें किसी भी तरह से बख्शा नहीं जाएगा। तो वहीं, मंगलवार को पुलिस ने बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष प्रदुम्न दीक्षित को कोतवाली में बैठा लिया। जिनसे पूछतांछ की जा रही है।






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