जालौन-उरई। अन्ना जानवर प्रथा उन्मूेलन के लिए स्थानीय उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में स्थानीय गल्ला मंडी परिसर में आधा सैंकड़ा से अधिक अन्ना बछड़ों का बधिया करण किया गया।
क्षेत्र में अन्ना पशुओं की बढ़ती समस्या को देखते हुए शासन द्वारा अन्ना प्रथा उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 6 माह से अधिक उम्र के बछड़ों का बधियाकरण किया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. दुष्यंत कुमार यादव के नेतृत्व में पशुधन प्रसार अधिकारी व टीम प्रभारी अर्जुन सिंह सेंगर एवं विकास खंड के सभी पैराविट की टीम ने स्थानीय गल्ला मंडी परिसर में अन्ना बछड़ों का बधियाकरण किया। जिसमें 6 वर्ष से अधिक उम्र के 60 बछड़ों का बधियाकरण कर उन पर टैग अंकित किया गया। इस दौरान पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि इन पशुओं का बधिकयाकरण किए जाने से यह अन्ना गायों से संसर्ग नहीं कर पाऐंगे। जिससे अन्ना पशुओं की संख्या में कमी आएगी। इसके अलावा इसका एक अन्य उद्देश्य यह भी है कि पशुपालक अपने पशुओं को गर्भाधान केंद्रों पर लाकर उन्हें गर्भ धारण कराऐं। ताकि वह अच्छी नस्ल के बच्चे पैदा कर सकें। यदि पशु नस्ल अच्छी होगी तो वह उत्तम क्वालिटी का अधिक दूध देंगे। इससे पशुपालक को भी फायदा होगा जिससे वह अपने जानवरों को अन्ना नहीं छोड सकेंगे।






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