उरई -मोहल्ला उमरारखेड़ा में छेड़खानी का शिकार दसवीं की छात्रा द्वारा आग लगाकर जान देने के मामले में नामजद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मोहल्ले का ही युवक छात्रा को अक्सर परेशान करता था। चौतरफा हो रही बदनामी की वजह से छात्रा इस कदर तनाव में आ गई कि उसने अपनी
जिंदगी ही खत्म कर ली। आरोपी के विरुद्ध छेड़छाड़, आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने एवं पोस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। चालान कर उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जिसके बाद न्यायिक हिरासत में उसे जेल भेज दिया गया है।
विदित हो कि 20 अक्टूबर को मोहल्ला उमरारेखड़ा में कक्षा 10 में पढ़ने वाली छात्रा ने खुद के ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली थी। परिवार वालों ने आग बुझाई तब तक वह नब्बे फीसदी जल चुकी थी। नाजुक हालत में उसको इलाज के लिये जिला अस्पताल में लाया गया। जहां से बाद में उसको मेडिकल कालेज झांसी के लिये रेफर कर दिया गया। परंतु उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। छात्रा के परिवार वालों ने पड़ोसी ब्रजलाल अहिरवार के पुत्र सौरभ के विरुद्ध कोतवाली में तहरीर दी कि वह उसकी बेटी के साथ छेड़खानी करता था। मोहल्ले में हो रही बदनामी और छेड़खानी से परेशान होकर उसकी बेटी ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने तहरीर के आधार पर सौरभ के विरुद्ध छेड़खानी, पोस्को एक्ट व आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। परंतु आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी थी। दो महीने बाद बुधवार को पुलिस ने सौरभ को गिरफ्तार कर पाया। साक्ष्य संकलित करने के बाद पुलिस ने सौरभ को न्यायालय में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जहां से उसे न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। प्रभारी निरीक्षक संजय गुप्ता ने बताया कि मुकदमे में एक ही व्यक्ति नामजद था। विदित हो कि इससे पहले पुलिस ने आरोपी पर दबाव बनाने के लिये उसके परिवार वालों को भी कोतवाली में बैठा लिया था।






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