0 विस चुनाव की आहट देख राजनैतिक दलों से संवाद बनाया प्रशासन ने
0 निकाय और पंचायतों से जुड़े अधिकारियों को भी दिये दिशा निर्देश
कोंच-उरई। निकट भविष्य में विधान सभा चुनाव की आहट सुन प्रशासन भी तैयारियों में जुट गया है। मंगलवार को प्रशासन ने यहां के राजनैतिक व्यक्तियों के साथ बैठक कर अपनी बात उन्हें सुनाई और उनकी भी सुनी, वहीं सरकारी विभागों के अधिकारियों को भी जता दिया कि उन्हें किन किन चीजों पर नजर रखनी है। एसडीएम मोईन उल इस्लाम ने कहा कि जैसे ही चुनाव कार्यक्रम घोषित होगा, आदर्श आचार संहिता लागू मानी जायेगी और उसी के तहत कार्य करना होगा।
एसडीएम मोईन उल इस्लाम की अध्यक्षता एवं तहसीलदार भूपाल सिंह की मौजूदगी में यहां तहसील सभागार में संपन्न बैठक में कोंच व नदीगांव ब्लॉकों के अधिकारियों के साथ नगर पालिका कोंच व टाउन एरिया नदीगांव के भी अधिकारियों की मौजूदगी रही, इसके अलावा सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी बैठक में बुलाया गया था ताकि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद की स्थितियों में किस तरह से काम करना है, पर विस्तार से चर्चा हुई। एसडीएम ने अधिकारियों से कहा कि आचार संहिता लागू होते ही सभी अधिकारी व कर्मचारी चुनाव आयोग के अधीन रहते हुये निष्पक्ष और तटस्थ रूप से कार्य करेंगे। सरकारी भवनों पर अगर किसी का प्रचार लिखा या टंगा हो तो उसे अविलंब हटवाया जाये। अधिकारियों और कर्मचारियों का दायित्व है कि वे किसी भी दल के किसी भी कार्यक्रम या चुनाव प्रचार में कतई हिस्सा नहीं लेंगे। सरकारी स्कूलों, कार्यालयों या धार्मिक स्थलों पर किसी भी तरह का प्रचार नहीं होना चाहिये, अन्यथा की स्थिति में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना जायेगा।
इसके बाद राजनैतिक प्रतिनिधियों से रूबरू होते हुये एसडीएम ने कहा कि आचार संहिता का पालन करना और करवाना दलों और प्रशासन की समन्वित जिम्मेदारी है। किसी भी रैली या सभा का आयोजन करने से पहले उसकी अनुमति जरूर ले लें, यहां तक कि नुक्कड़ सभायें भी बिना अनुमति के नहीं होंगी। अनुमति नहीं होने की दशा में इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना जायेगा। उन्होंने यह भी बताया अनुमति ऑन लाइन लेनी होगी। कुछ लोगों के सवालों के भी प्रशासन ने जबाब देते हुये भगम की स्थितियां दूर कीं। उन्होंने यह भी कहा कि सभी थाना प्रभारियों को यह बता दिया जायेगा कि निरोधात्मक कार्यवाही केवल उन्हीं लोगों के खिलाफ करें जिनसे चुनाव प्रभावित होने का अंदेशा हो। ऐसे लोगों को कितनी धनराशि से पाबंद करना है यह मजिस्ट्रेट के विवेक पर निर्भर करता है। पाबंद व्यक्ति की आर्थिक हैसियत देख कर ही धनराशि तय की जायेगी। एसडीएम ने यह भी साफ कर दिया कि जिन लोगों की प्रचार सामग्रियां होर्डिंग्स, बैनर आदि सरकारी संपत्ति पर लगे हैं उन्हें तुरंत हटवा लें, आचार संहिता लागू होने के चैबीस घंटे के भीतर एक भी प्रचार सरकारी संपत्ति पर नहीं मिलना चाहिये। अगर प्रशासन को यह प्रचार हटवाने पड़े तो उसका खर्चा राजनैतिक दलों या उनके प्रत्याशियों से बसूल लिया जायेगा। वॉल राइटिंग या पेंटिंग तो किसी भी सूरत में नहीं होनी है वह चाहे सरकारी इमारत हो निजी। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, कांग्रेस अध्यक्ष प्रभूदयाल गौतम, विनोद अग्निहोत्री, अनिल पटैरया, नरेश वर्मा, सिराज काजी, हरिश्चंद्र तिवारी, प्रतिपालसिंह गुर्जर, राजेन्द्र चमरसेना, सुरेशकुमार गौतम, संजीव तिवारी, नितिन तिवारी, महेन्द्र यादव, अमित रावत, चै. रामसेवक, दीपक मिश्रा, सुरेश कुशवाहा, मुश्ताक अली, ईओ नपा विनोद सोलंकी, टाउन एरिया नदीगांव से पांडे, खंड शिक्षा अधिकारी कोंच अजितकुमार, नदीगांव विजय बहादुर सचान, इंद्रपाल सिंह गुर्जर, नरेश द्विवेदी आदि मौजूद रहे।






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