उरई .

खेती के मालिकाने मे महिलाओ का नाम दर्ज कराने के अभियान को और प्रभावी ढग से संचालित करने के संकल्प के तहत आयोजित महिलाओ के कोर ग्रुप की सभा मे वक्ताओ ने महिलाओ से सार्वजनिक मुद्दो पर सक्रियता बढ़ाने की अपील की . महिलाओ से घर के भीतर के काम काज तक सीमित अपनी पारंपरिक भूमिका से ऊपर उठने और विकास व अन्याय के ख़िलाफ़ होने वाले आन्दोलनों की पहल कदमी सम्हालने की बात कही ताकि वे समाज मे उनका नेतृत्व स्थापित हो सके . कहा गया कि अगवा पंक्ति मे जगह बनाने के बाद ही महिलाये उनके लिए बनाई जाने बाली योजनाओ का लाभ सार्थक रूप मे उठा सकती है .
कालपी रोड स्थित गणेश धाम सभागार मे आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेंद्र सिंह भदौरिया ने की . पूर्व डी जी सी रमाकांत द्विवेदी ने सुरक्षा और संपत्ति के मामले मे महिलाओ को अधिकार सम्पन्न बनाने के लिए बनाये गए नए कानूनो की जानकारी दी . मनरेगा समन्वयक कुलदीप थापक ने मंनरेगा मे महिलाओ को 33 प्रतिशत काम देने के प्रावधान के बारे मे बताया .
विंदेश्वरी ने राशन कार्ड . गैस सिलेंडर . ग्रामीण आवास योजना आदि महिलाओ के नाम किए जाने की नई व्यवस्थाओ पर संतोष प्रकट किया .गिरजा देवी ने महिलाओ के सशक्ति करण के लिए उनमे शिक्षा पर ज़ोर दिया . समर्पण के संयोजक राधेकृष्ण ने कहा कि उनकी संस्था महिलाओ को उनके लिए बनाई जाने बाली योजानाओ की जानकारी देने का लगातार अभियान चलायेगी . स्नेश राजा ने महिलाओ जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने पदीय अधिकार पुरुष सदस्यो के हवाले न कर खुद निर्वाह करे ताकि महिला नेतृत्व की साख को समाज मे वास्तविक रूप से कायम किया जा सके . क्षेत्रीय समन्वयक बलवीर सिंह ने अंत मे आभार प्रदर्शन किया
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