0 अब तक कई मीटर रीडरों की धांधली आ चुकी है सामने
0 सिफारिशों के चलते हर बार कार्रवाई से बच जाते हैं रीडर
उरई। पहले से भी अंधाधुंध बिजली चोरी से परेशान विभाग की मुश्किलें विभाग के ही कर्मचारी बढ़ाने में लगे हुए हैं। हालत यह है कि बिजली के बिल बांटने के काम में लगे हुए मीटर रीडर हर माह बिजली विभाग को लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं। आधे से अधिक मीटर रीडरों की धांधली सामने भी आ चुक ी है पर इन पर कभी कार्रवाई नहीं होती। इसके चलते विभाग को हर महीने लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है और अधिकारी सबकुछ जानकर भी अंजान बने हुए हैं। पहले से ही घाटे में चल रहे बिजली विभाग को उनके ही कर्मचारी चूना लगाने में जुटे हैं। बिल बांटने के काम में लगाए गए प्राइवेट कर्मचारी निजी स्वार्थ को ध्यान में रखकर विभाग को हर माह लाखों रुपए का चूना लगा रहे हैं। बिल बांटने वाले यह मीटर रीडर उपभोक्ताओं से सुविधा शुल्क लेकर कम रीडिंग का बिल निकाल रहे हैं। इससे उपभोक्ताओं को भी नाम मात्र का ही बिल जमा करना पड़ता है जबकि यह रीडिंग मीटर में ही स्टोर होती जा रही है। कुछ माह पूर्व उरई एसडीओ रहे धर्मवीर सिंह ने इन रीडरों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया था जिसमें उन्होंने आधे से अधिक मीटर रीडरों की धांधली को पकड़ लिया था और बड़े पैमाने पर हो रही गड़बड़ी सामने आई थी पर इसके बाद भी इन मीटर रीडरों पर कार्रवाई नहीं हो सकी। कारण यह है कि हर बार यह मीटर रीडर सिफारिशें करवाकर कार्रवाई से बच जाते हैं। मीटर रीडरों की पहुंच के आगे बिजली विभाग के अधिकारी भी बेबस नजर आ रहे हैं इसीलिए सब कुछ जानकर भी वह अनजान बने हुए हैं।
उपभोक्ताओं का भी शोषण कर रहे रीडर
उरई। बिजली बिल बांटने के काम में लगे मीटर रीडर सिर्फ विभाग को ही चूना नहीं लगा रहे बल्कि उपभोक्ताओं का भी शोषण करने में जुटे हैं। सुविधा शुल्क न देने पर अधिक रीडिंग का बिल निकालने के आरोप भी इन पर आए दिन लगते रहते हैं। कुल मिलाकर इन मीटर रीडरों से विभाग व उपभोक्ता दोनों ही त्रस्त हैं।






Leave a comment