उरई। मुस्लिम बाहुल्य बजरिया की सड़कों पर महेंद्र कठेरिया के समर्थन में सपा-कांग्रेस गठबंधन द्वारा रोड-शो करते हुए निकाले गये जुलूस में उमड़े मुसलमानों के सैलाब से शहर की फिजा ही बदल गई। मुकाबले के बाहर माने जा रहे सपा प्रत्याशी के बारे में राजनीति के पंडितों को इस जुलूस ने अपने आंकलन पर दोबारा विचार के लिए मजबूर कर दिया है।
सपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह कठेरिया ने रविवार को अपने चुनाव अभियान की गाजे-बाजे के साथ शुरूआत के लिए बजरिया के इलाके को चुना था। इसके पहले सपा में टिकट को लेकर मची रही उठा-पटक की वजह से चुनाव अभियान पंगु हो गया था। जिसके कारण महेंद्र सिंह कठेरिया किस नंबर पर रहेंगे इस पर अटकलें लगाई जाने लगी थीं। कोई उन्हें तीसरे और कोई इससे भी नीचे नंबर पर आक चुका था।
लगता है कि स्वयं सपाई भी स्थिति से हताश थे लेकिन शनिवार को बसपा के स्टार प्रचारक सतीश मिश्रा की सभा से मुसलमानों ने जिस तरह दूरी बनाई उसके चलते सपाइयों के बाजू फड़फड़ाने लगे। आज इस जोश में जब उन्होंने अपनी ताकत तौलने के लिए बजरिया से रोड-शो निकाला तो महिलाएं तक साथ आ गईं। जिसके बाद उनका जोश कई गुना बढ़ गया। इसमें अति उत्साहित युवाओं ने अपने प्रत्याशी के लिए वोट मांगें तो महिलाओं ने सड़कों पर नाचते हुए वोट देने की अपील की। इस दौरान एक ही नारा बुलंद रहा नो कंफ्यूजन नो मिस्टेक, सिर्फ अखिलेश सिर्फ अखिलेश। आज के मंजर के बाद सपा खेमा आत्म विश्वास से लबरेज होकर चुनावी समर भूमि में टूट पड़ा है। कुछ ही घंटों में इस कदर फिजा बदल गई है कि अब महेंद्र कठेरिया की गणना नीचे से होने की बजाय शीर्ष पर उनके स्थान की होने लगी है।






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