
उरई । सदर सुरक्षित सीट से भाजपा के प्रत्याशी गौरीशंकर ने ऐसी बात कह दी जो मतदाताओं के मन की बात कही जा सकती है । उन्होने कहा कि वे ऐसे किसी स्कूल या संस्था को निधि का एक धेला नहीं देंगे जिसका उद्देश्य केवल व्यवसाय है । उन्होने कहा कि वे कमीशन ले कर निधि बाँटने का धंधा नहीं होने देंगे भले ही कोई उनसे नाराज हो जाये । वे निधि का एक – एक पैसा सार्थक विकास और वास्तविक गरीबों को इलाज में मदद के लिए ही देंगे।
गौरीशंकर की छवि मिलनसार , विनीत और पार्टी के लिए खरी निष्ठा रखने वाले नेता के बतौर होती रही है लेकिन 4 चुनाव लड़कर वे एक बार भी आज तक इसलिये सफल नहीं हो पाये कि उनकी ही पार्टी के कुछ असरदार लोगों को वे चुभते थे । साजिश में उन्हे लेकर 2 निशाने रखे जा रहे थे । उनको राजनीति में आगे बढ़ाने का मौका न मिले जो कि जलने वालों की मठाधीशी के लिए सबसे बड़ा ख़तरा होता ,दूसरे उन्हे आर्थिक रूप से बरवाद कर देना ताकि वे राजनीति छोड़ कर धंधा मजदूरी मे लग जाने को मजबूर हो जायें । इस कारण जब पार्टी के आदेश के कारण वे अब फिर चुनाव मैदान में हैं तो लोगों में उनके प्रति हमदर्दी की लहर सी चल पड़ी है ।

चुनावी जन संपर्क की व्यस्तता में उन्होने जालौन टाइम्स संवाददाता दीपक शर्मा से चुने जाने पर उनकी कार्य योजना क्या होगी इस पर बात की जिसमें वे ईमानदार और बेवाक नजर आए । चुनाव में तो नेता घर-घर जाते लेकिन इसके बाद उन्हे तलाशना आसान नहीं होता जिसके कारण निरीह आम जनता अनाथ सी हालत मे दबंगों से लेकर नौकरशाही तक के जुल्म और शोषण के शिंकंजे में जकड़ी रहती है । गौरी शंकर ने कहा कि वे जीते तो कोई उनसे न मिल पाने की शिकायत नहीं कर पाएगा । वे 3 दिन उरई और तीन जालौन बैठ कर लोगों से मुलाक़ात करेंगे ।इसके अलावा ऐट व अन्य बड़े स्थानों पर भी वे नियमित मुलाक़ात की व्यवस्था बनाएँगे ।विधान सभा सत्र या अन्य किस कारण से मौजूद न होने पर उनके सक्षम प्रतिनिधि लोगों के काम कराने के लिए मोर्चा सम्हालेंगे ।
आप को अपनी जीत का भरोसा तो होगा लेकिन असका आधार आप क्या समझते हैं गौरी शकर बोले वे कोई गणित नहीं समझाना चाहते ?हर जाति ,धर्म और क्षेत्र के लोगों से उनको आशीर्वाद मिल रहा है फिर उनकी जीत में कैसे कसर रह सकती है ।






Leave a comment