उरई। विभिन्न थानों में ताबड़तोड़ चोरी की वारदातों को अंजाम देकर जिले की पुलिस को हलकान किये गिरोह का शनिवार को अंत हो गया। पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगैन ने हाल में हुई चोरियों की पर्दाफाश के लिए डकोर थाना पुलिस और स्वाॅट व सर्विलांस टीम को संयुक्त जिम्मेदारी सौंपी थी। इस टीम की कारगर सुरागरशी के चलते रात में जैसारी खुर्द मोड़ के पास चोरों के गिरोह को घेर लिया गया। पुलिस को गिरोह से मुठभेड़ में टक्कर भी लेनी पड़ी लेकिन आखिर कार इसके 9 सदस्य दबोचने में पुलिस कामयाब रही। एक साथ इतने बदमाशों की गिरफ्तारी की हाल में जनपद पुलिस की यह पहली उपलब्धि है।
पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगैन ने अपर पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र शाक्य के साथ पत्रकार वार्ता बुलाकर पुलिस की सफलता की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह गिरोह राठ के सुनील राजपूत की अगुवाई में संचालित हो रहा था। गिरोह के सदस्य चार पहिया वाहनों से सड़क के किनारे की बस्ती में घात लगाकर वारदात को अंजाम देते थे। पूंछतांछ के दौरान गिरोह के सदस्यों ने मध्यप्रदेश के गुन्नौर में हुई 10 लाख की डकैती, महोब जनपद के श्रीनगर में चोरी की घटना और इटावा की फ्रैंडस कालोनी में हुई चोरी की एक सनसनीखेज वारदात सहित जनपद के बाहर के कई वारदातों में अपना हाथ कबूला है। जिले में इन्होंने थाना डकोर के मुहम्मदाबाद में कुछ ही दिन पहले कई घरों में सामूहिक चोरियां की थीं।
एसपी ने बताया कि गिरोह के गिरफ्तार सदस्यों में सरगना सुनील राजपूत के अलावा दीपक उर्फ दीपू राजपूत जरिया हमीरपुर, धीरेंद्र राजपूत राठ, सतीश राजपूत मुस्करा, हरीशंकर उर्फ हरीसिंह, बृजेश राजपूत, मनोज राजपूत और हरश्चिंद्र उर्फ किशन निवासीगण राठ व रमाकांत सोनी निवासी चरखारी शामिल हैं। इनके कब्जे से 315 बोर के तीन तमंचे, 32 बोर का एक तमंचा, तीन चाकू, वारदात में इनके द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाली बुलेरो जीप सिरसाकलार और डकोर थाने में हुई वारदातों में चुराये गये सोने-चांदी के आभूषण, आठ मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। एसपी ने इस उपलब्धि पर डकोर के थाना प्रभारी विमलकांत मिश्रा, एसआई केशव दयाल, स्वाॅट टीम के प्रभारी अरुण तिवारी, सर्विलांस टीम के प्रभारी बृजेश यादव उनके सहयोगी सुएब आलम और गौरव वाजपेयी की पीठ थपथपाई।






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