उरई। जिलाधिकारी के तेवर देखकर गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गये। उन्होंने कहा कि नये सीएम किस तरह काम कर रहे हैं यह देखने के बाद भी आप लोग नही सुधर पा रहे। वे किसी भी दिन कहीं भी पहुंच सकते हैं। अगर उनके आकस्मिक निरीक्षण में मेरा कोई नुकसान हुआ तो आप लोगों को मैं पहले नाप दूंगीं।
डीएम संदीप कौर की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आज जनपदीय क्वालिटी एंश्योरेंस समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें जिला अस्पताल (पुरूष/महिला) सहित समस्त सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में कायाकल्प के अन्तर्गत तमाम योजनाओं के संचालन को सक्रिय से लागू किये जाने के निर्देश दिये गये। अच्छा कार्य करने वाले चिकित्सालयों को श्रेणी वार रख कर उन्हें कायाकल्प अवार्ड स्क्रीम के अन्तर्गत 50 लाख से 10 लाख तक की धनराशित था स्कोरिंग आधार पर भी धनराशि देने का प्राविधान है। जिसके अन्तर्गत जनपद में जिला अस्पताल पुरूष को विगत वर्ष 03 लाख रू0 की धनराशि तथा पी0एच0सी0 डकोर को एक लाख रूपये की धनराशि अस्पताल के कायाकल्प हेतु अन्य सुविधायें बढ़ाने हेतु प्रदान की गई है। अस्पतालों में जानवर विचरण/वाहन पार्किंग पर पाबन्दी लगाने के साथ ही ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों/कर्मचारियों के गुटखा खाने तथा थूकने पर भी पाबन्दी लगाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि सीएम अगर जिला अस्पताल पहुंच गये तो आप लोगों की शामत आ जायेगी क्योंकि आप लोगों को साफ-सफाई की कोई परवाह नही है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में दवाएं उपलब्ध है फिर भी आप बाहर की दवाएं लिखते हैं आखिर आप चाहते क्या हैं।
सरकार की मंशा अनुरूप कार्य करने की हिदायत दी गई। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला अस्पतालों/सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 का आकस्मिक निरीक्षण कभी भी कोई भी मंत्री उ0प्र0 सरकार कर सकते है और सफाई व्यवस्था या अन्य चिकित्सालय से सम्बन्धित व्यवस्थायें ठीक न पाई गई तो सम्बन्धितों के खिलाफ कार्यवाही निश्चित रूप से प्रस्तावित कर दी जायेगी। इसलिए साफ-सफाई पर अनिवार्य रूप से ध्यान दे और सोमवार-शुक्रवार को 4.30 बजे से 5.30 बजे तक कार्यालयों में सफाई का कार्य अधिकारी/कर्मचारी स्वयं करें। पुरानी कार्य शैली को अधिकारी/कर्मचारी बदलें और सरकार की मंशा अनुसार कार्य करते हुए अपने-अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें।
मातृ मृत्यु समीक्षा में रिपोर्टिंग ठीक न होने पर असंतोष प्रकट किया तथा ए0एन0एम0 को निर्देश देने को कहा गया कि वह आशाओं से मातृ मृत्यु की रिपोर्ट सही तरीके से कराये और एक प्रमाण पत्र लेकिन उनके क्षेत्र में कोई मृत्यु नहीं हुई है। यदि हुई है तो उसकी सूचना दें।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 अल्पना बरतारिया, डा0 आशाराम, डा0 सत्य प्रकाश, डा0 प्रेम प्रताप सिंह सहित समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी पी0एच0सी0/सी0एच0सी0 उपस्थित रहें।






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