उरई। सीएम आदित्यनाथ योगी की नसीहत का नतीजा है कि सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक पहले दिन से ही अपने क्षेत्र में सबसे पहले दुखी पीड़ित लोगों के बीच जाकर उनकी मदद करने का फर्ज निभाना सीखने लगे हैं।
बुधवार को कालपी तहसील क्षेत्र के कुटरा गांव में लगी आग में चार घर जल गये थे जिनमें एक युवक और एक बालक बुरी तरह झुलस गये थे। सामान और नगदी इस घटना में आग की भेंट चढ़ गई थी। शपथ लेने और नये अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया से फ्री होते ही अपने क्षेत्र में लौटे कालपी के विधायक नरेंद्र पाल सिंह जादौन इसी कारण सबसे पहले कुटरा पहुंचे। वहां उन्होंने अग्नि पीड़ितों से बात कर उनके आंसू पोंछे साथ ही उन्हें भरोसा दिलाया कि जो भी अनुमन्य सरकारी सहायता उन्हें दिलाई जाना संभव है उसके लिए वे लखनऊ स्तर तक पर अधिकारियों से मंजूरी दिलायेगें। ग्रामीणों के लिए यह नया अनुभव था क्योंकि अभी तक तो सत्तारूढ़ पार्टी के एमएलए का नक्शा उन्हें किसी राजा महाराजा से कम नही लगता था। वे पीड़ितों के बीच आयें यह बात तो सपने में भी नही सोची जा सकती थी लेकिन पीड़ित जब खुद उन्हें अपनी तकलीफ सुनाने पहंुचते थे उस समय भी उनके मिजाज नही मिल पाते थे। लेकिन नया ढर्रा चुनाव के बाद आम दिनों में भी उन्हें जनता जनार्दन के परमानेंट रुतबे का एहसास कराने वाला होगा।






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