0 पहली अप्रैल से शुरू होनी थी गेहूं की सरकारी खरीद
0 एसडीएम व मंडी सचिव ने क्रय केन्द्रों पर लिया व्यवस्थाओं का जायजा
कोंच-उरई। किसानों को उनकी उपज का बाजिब मूल्य मिल सके इसके लिये सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 1625 रुपये निर्धारित करते हुये पहली अप्रैल से हर हाल में गेहूं की खरीद के कड़े निर्देश जारी किये थे लेकिन यह फरमान धरातल पर फिलवक्त नहीं उतर सके हैं। कोंच तहसील के सभी दर्जन भर केन्द्रों पर गेहूं लेकर पहुंचे किसानों को बैरंग लौटना पड़ा और मंडी में अपनी उपज बेचनी पड़ी। एसडीएम मोईन उल इस्लाम एवं मंडी सचिव ने क्रय केन्द्रों का जायजा लिया और माल नहीं क्रय होने के बाबत जानकारी की जिसमें बताया गया कि अभी कोड नहीं आया है लिहाजा खरीद नहीं शुरू हो पाई है। एसडीएम ने केन्द्र संचालकों को जरूरी निर्देश देते हुये खरीद शीघ्र शुरू करने की हिदायत दी।
पहली अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होनी थी लेकिन कतिपय तकनीकी दिक्कतों के कारण यह खरीद अभी चालू नहीं हो सकी है। केन्द्र संचालकों ने बताया है कि अभी कोड नहीं प्राप्त हुआ है जिसके चलते जरूरी औपचारिकतायें नहीं हो पाईं हैं लेकिन एकाध दिन में ही सभी व्यवस्थायें दुरुस्त कर ली जायेंगी और किसानों का गेहूं खरीदा जाने लगेगा। एसडीएम मोईन उल इस्लाम ने मंडी सचिव डॉ. दिलीपकुमार वर्मा के साथ मंडी में स्थित तीनों क्रय केन्द्रों विपणन शाखा, यूपी एग्रो तथा पीसीएफ का निरीक्षण किया और वहों व्याप्त कमियां तुरंत दूर करने के निर्देश दिये। एसडीएम ने कहा कि केन्द्र पर सूचना चस्पा की जाये कि किसान को अपना गेहूं इन क्रय केन्द्रों पर बेचने के लिये कौन कौन से कागजात साथ लाने होंगे। उन्होंने हालांकि बताया कि किसान बही, आधार कार्ड और बैंक पास बुक साथ लाये बिना किसान अपना गेहूं सरकारी क्रय केन्द्रों पर नहीं बेच पायेगा। भ्रगतान सीधा किसान के बैंक खातों में जायेगा। किसान से बतौर पल्लेदारी दस रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से नकद देना होगा, बाद में यह पल्लेदारी का पैसा भी क्रय केन्द्र द्वारा किसान के खाते में भेज दिया जायेगा। एसडीएम को कांटा बांट, पेयजल और वारदाने की व्यवस्था ठीक ठाक मिली। उन्होंने बताया कि तहसील क्षेत्र में कुल 12 क्रय केन्द्र बनाये गये हैं जिनमें पांच शहरी क्षेत्र में क्रय विक्रय समिति, एलएसएस जुझारपुरा, यूपी एग्रो, विपणन शाखा तथा पीसीएफ हैं। ग्रामीण क्षेत्र में पिरौना, किसुनपुरा, कैलिया, नदीगांव, तीतरा खलीलपुर तथा दो केन्द्र दिरावटी में बनाये गये हैं।
कोड आते ही खरीद शुरू हो जायेगी-एसएमआई
विपणन शाखा के संचालक एसएमआई राजीव सिंह का कहना है कि लगभग सभी व्यवस्थायें दुरुस्त कर लीं गईं हैं लेकिन कोड नहीं आ पाने के कारण खरीद रुकी है, जैसे ही कोड प्राप्त होगा बैसे ही खरीद शुरू हो जायेगी। उन्होंने बताया कि वारदाना उपलब्ध है और भुगतान के लिये पैसा भी पर्याप्त है, किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जायेगी। एक दिन में तीन सौ कुतल का ही लक्ष्य उन्होंने बताया है। इसके अलावा एक किसान से केवल 75 कुंतल गेहूं की अधिकतम खरीदा जा सकेगा। उन्होंने दो टूक यह भी कहा कि बिना आधार कार्ड के किसान अपना गेहूं कतई नहीं बेच पायेगा क्योंकि बिना आधार के उसका पंजीकरण ही नहीं हो सकेगा लिहाजा आधार का कोई विकल्प नहीं है।
गेहूं नहीं बिक पाने से मायूस दिखे रामकुशल
एक अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने के सरकारी फरमान को सुन कर किसान अपना गेहूं लेकर इन क्रय केन्द्रों पर पहुंचे लेकिन वहां पसरी सूनर देख मायूस हो गये। ग्राम गैंदोली के किसान रामकुशल अपनी पूरी ट्रॉली भर कर गेहूं लाये थे और उन्होंने विपणन शाखा कर उसे खड़ी करके केन्द्र संचालक से माल तुलाने के लिये कहा लेकिन जब उन्हें बताया गया कि आज खरीद नहीं हो सकेगी, किसी और दिन लाना तो वे बगहुत ही दुखी होकर वहां से मंडी में अपना गेहूं ले गये। उन्होंने कहा भी कि आखिर ऐसे आदेश निर्देश सरकार क्यों देती है जिन पर अमल न हो सके।






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