जालौन-उरई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकारी चिकित्सकों में इंसानियत को जगाने के लिए काफी नसीहतें दी हैं लेकिन उन्हें न अपने जमीर की परवाह है और न ही योगी सरकार की कार्रवाई का खौफ। एक भुक्तभोगिनी ने उप जिलाधिकारी को दी शिकायत में सरकारी चिकित्सक की नीयतखोरी की खुली शिकायत की।
जालौन कस्बे की निवासनी रामसिया पत्नी स्व. कन्हैयालाल ने बताया कि उनकी पुत्री को डिलवरी होनी थी जिसे लेकर वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गईं जहां महिला डाॅक्टर अनुपमा पाल ने भ्रूण उल्टा होने की बात कहकर उनकी बेटी को आतंकित किया और आॅपरेशन के बहाने रुपये ऐठने चाहे। जब उन्होंने अपनी गरीबी का वास्ता दिया तो डाॅ. अनुपमा पाल ने उनकी बेटी को रेफर करके बैरंग वापस कर दिया। योगी सरकार की मंशा को देखते हुए महिला डाॅक्टर के इस रवैये को गुस्ताखी की इंतहा माना जा रहा है। उप जिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश कर दिये हैं।






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