समथर-झांसी। हिन्दुस्तान सोशलिस्ट आर्मी के कमांडर इन चीफ अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद पर देशी-विदेशी 26 भाषाओं में राष्ट्रपुत्र के नाम से फिल्म निर्माण एक समय में एशिया की सबसे बड़ी फिल्म निर्माण कंपनी रही ‘द बाॅम्बे टाॅकीज’ के बैनर तले किया जा रहा है। इस फिल्म के माध्यम् से यह ऐतिहासिक फिल्म निर्माण कंपनी सिने जगत में नया अवतार भी लेगी।
इस पर चर्चा के लिए सोम गुप्ता द्वारा आहूत बैठक में निर्माता, निर्देशक, लेखक, अभिनेता और सैन्य स्कूल के पूर्व छात्र आजाद ने बताया कि इस फिल्म में आजादी की लड़ाई के शहीदों के योगदान और बलिदान को प्रभावी रूप में नई पीढ़ी के सामने प्रस्तुत किया जायेगा तांकि देश भक्ति की जड़े उनमें मजबूत हो सकें। उन्होंने अफसोस के साथ कहा कि आजादी के बाद क्रांतिकारियों और शहीदों की गाथा को अंधेरे कोंने में डालने की साजिश होती रही। जिसमें अब सुधार किये जाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि चंद्रशेखर आजाद का बुंदेलखंड से गहरा संबंध रहा है। वे अपने भूमिगत जीवन में झांसी और ओरछा में आये थे और क्रांतिकारी संगठन को बुंदेलखंड में लामबंद करने की कोशिश भी उन्होंने की थी। उन्होंने कहा कि फिल्म में चंद्रशेखर आजाद के जीवन के कई अछूते प्रसंगों को सामने लाया जायेगा।
बैठक में चंद्रशेखर आजाद के साथी रहे क्रांतिकारी बाबू कालका प्रसाद के पुत्र रामप्रकाश अग्रवाल एडवोकेट, रामानंद शास्त्री के पुत्र योगेश चंद्र काका और ऐजाज खान आदि उपस्थित रहे। सभी ने फिल्म निर्माण के लिए आजाद की सोच को सराहा। सोम गुप्ता ने अंत में आभार प्रदर्शन किया।






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