कोंच-उरई। चार दिन पूर्व जल संस्थान ने खराब हैंडपंपों की जो गणना बताई थी वह सभासद द्वारा की गई और खुद संवाददाता द्वारा की गई गणना से बिल्कुल भी मेल नहीं खा रही है। इस संबंध में जल संस्थान प्रशासन को अंधेरे में रखने की कोशिश कर रहा है।
गर्मी के इस मौसम में लगातार नीचे की ओर सरकता भूगर्भ जल स्तर हैंडपंपों के लिये काल बनता जा रहा है। कस्बे में ही दर्जनों हैंडपंप दम तोड़े बैठे हैं। हालांकि जल संस्थान विभाग ने चार दिन पहले जो आंकड़े बताये थे उनके मुताबिक गुजरे एक माह में विभाग ने तकरीबन तीस हैंडपंपों की मरम्मत करके पानी देने लायक बनाया है और लगभग दस हैंडपंप ठीक होने की प्रक्रिया में हैं। कल तहसील दिवस में गोखलेनगर वार्ड के सभासद प्रतिनिधि सुनील कुशवाहा ने बिगड़े नौ हैंडपंपों की सूची केवल उनके ही वार्ड की सौंपते हुये उन्हें ठीक कराने की मांग की थी। उक्त सूची के मुताबिक राजेन्द्र यादव, रमेश रजक, संतोष वर्मा, ठाकुर वर्मा, गिरिजाशंकर वर्मा पूर्व पालिकाध्यक्ष राकेश वर्मा, प्रेम वर्मा, हरीशंकर बाल्मीकि और संतराम बाल्मीकि के घरों के पास हैंडपंप खराब पड़े हैं। इधर, संवाददाता ने भी आधा दर्जन खराब हैंडपंप तलाशे हैं। यह स्थिति जल संस्थान विभाग द्वारा प्रशासन को गफलत में डालने जैसी ही है।






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