
कोंच-उरई। लोक वाणी केन्द्रों पर जम कर हो रहे फर्जीवाड़े के खेल का पहला छोर पुलिस की पकड़ में आया है, ये केन्द्र जिंदों को मुर्दा दिखाने का खेल करने में लगे हैं। इनके द्वारा जारी सर्टिफिकेट्स निश्चित रूप से सरकारी कामों में प्रयुक्त किये जा रहे होंगे लेकिन फिलवक्त यह बड़ी जांच का बिषय है। बुधवार को पालिका के सभासद महावीर यादव ने कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर चार सौ बीसी के इस गोरखधंधे का खुलासा किया है। उनके फर्जी नाम और मोहर का दुरुपयोग करके किसी ऐसे सख्श जिसका उस मोहल्ले में कोई बजूद या निवास ही नहीं है, को मुर्दा दिखाने की कोशिश की गई है। सभासद ने कुछ और सभासदों के फर्जी लेटर हैड भी दिखाये हैं जिनका गलत ढंग से उपयोग किया गया है।
पालिका सभासद महावीर यादव ने कोतवाली पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बताया है कि उसके फर्जी नाम, मोहर और लेटर हैड का इस्तेमाल करके लोक वाणी केन्द्र द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये जा रहे हैं। जब उन्होंने गहराई से इसकी छानबीन की तो कोंच में संचालित एक साइबर कैफे से इस तरह के प्रमाण पत्र जारी कराये जा रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि न केवल उनके बल्कि पालिका के अधिकांश सभासदों ने नामों की मोहरें और लेटर हैड का इस्तेमाल कर व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। उन्होंने एक मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाते हुये कहा कि उनके वार्ड का दर्शा कर जिस सख्श के नाम से यह डैथ सर्टिफिकेट जारी किया गया है, उस नाम का कोई व्यक्ति उनके वार्ड में है ही नहीं। फिलहाल, सभासद की सूचना पर उक्त स्थानीय साइबर कैफे के संचालक को पुलिस ने हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ जारी है। उसके द्वारा दी गई जानकारी अगर सही मानें तो समीप के एक गांव में संचालित लोक वाणी केन्द्र का संचालक इस गोरखधंधे में लंबे समय से लिप्त है और वह अपने केन्द्र पर आने बाले सर्टिफिकेट्स इस साइबर कैफे के मार्फत जारी करवा कर काले का गोरा, गोरे का काला करने में लिप्त है। बहरहाल, कोतवाली के एसएसआई अजयकुमार सिंह का कहना है कि वह पूरे मामले की पड़ताल करके दोषियों को जेल भेजेंगे।






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