
उरई। कोतवाली पुलिस के ढीले कामकाज की वजह से दुस्साहसिक घटनाएँ थम नहीं पा रहीं । रजिस्ट्री दफ़्तर के सामने 2 बाइक सवारों ने दिन दहाड़े एक महिला को चाकू मार दिया । वे और संगीन कांड को अंजाम देने वाले थे लेकिन घटना देख कर भीड़ का गुस्सा भड़क गया और लोगों ने मौके पर युवकों को दबोच कर सबक सिखाने का प्रयास किया जिससे हमलावर भाग खड़े हुए ।
सुलखान सिंह को डी जी पी नियुक्त कर सी एम योगी ने प्रदेश में ऐसा माहौल बनाने की पहल एक दिन पहले ही की है जिससे कानून के साथ खिलवाड़ की मंशा रखने वाले सहम उठें लेकिन उरई के शहर कोतवाल संजय गुप्ता जैसी पुलिस की बदौलत ऐसा भोकाल जम पाये तब न । रविवार को लहरियापुरवा निवासी पुष्पा चौहान के साथ पैदल घर जाते समय हुई चाकूबाजी ने नए डी जी पी के नाम के दबदबे पर पानी फेर दिया ।
यह घटना रिश्तेदारी में रंजिश के चलते अंजाम दी गई बताई जा रही है लेकिन पुलिस इसकी आड़ लेकर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती । पुलिस का इकबाल बुलंद हो तो रंजिश कितनी भी सुलगती हो हर आदमी को कानून हाथ में लेने के पहले 100 बार सोचना पड़ता है लेकिन जहाँ लोगों को यह भरोसा हो कि लोकल में मामला लेनदेन करके सुलझा लेने की सहूलियत है वहाँ ऊपर का खौफ बेअसर हो जाता है । अब देखें नए डी जी पी की नाक नीची करने का क्या इनाम कप्तान साहब कोतवाली पुलिस को देते हैं ।






Leave a comment