
कोंच-उरई। आजकल कस्बे में एक ऐसा गिरोह तैयार हो गया है जो रात के अंधेरे में लोगों के बाहनों में आग लगा देता है। बीती रात तकरीबन एक बजे कस्बे के मोहल्ला प्रताप नगर में इन वाहन फूंकों ने तीन वाहनों में आग लगाई है जिनमें एक जीप, स्कूटर और बाइक शामिल हैं। आश्चर्यजनक यह है कि दोनों ही वाहन घरों के बाहर बनी चहारदीवारियों के भीतर रखे थे। रात में ही पुलिस को सूचित कर दिया गया था जिस पर यूपी 100 के अलावा कोतवाली पुलिस ने भी मौके पर जाकर पड़ताल की है।
मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात कस्बे के मोहल्ला प्रताप नगर (बंगला) निवासी रामकिशोर पुरोहित पुत्र रामरूप पुरोहित की महिन्द्रा जीप संख्या यूपी 92 सी 4014 उनके अहाते में बाउंड्री वॉल के अंदर रखी थी, घर में रामचरित मानस का अखंड पाठ भी जारी था। इसी बीच घर के लोगों ने अहाते से आग की लपटें उठती देखीें तो निकल कर बाहर आये। उन्होंने देखा कि जीप धू धू कर जल रही है। आनन फानन उन्होंने समर्सिबल चालू कर आग पर काबू पाया लेकिन तब तक जीप का पिछला हिस्सा पूरी तरह जल चुका था। गनीमत यह रही कि अगर समय रहते आग पर काबू न पाया गया होता तो बगल में खड़ी मारुति ओमनी भी आग पकड़ सकती थी तब स्थिति काफी भयावह होती। उसी दौरान जानकारी मिली कि समीप के ही रामकिशोर शुक्ला के घर में किराये से रह रहे मेरठ के रहने बाले जो किराये से रह रहे हैं,

जाहिद पुत्र खुर्शीद व तहसील पुत्र सलीम जो यहां कपड़े बेचने का धंधा करते हैं, की बाइक और स्कूटर भी जलाये गये हैं, बाइक जल कर पूरी तरह से खाक हो गई है जबकि स्कूटर थोड़ा झुलसा है। रात में ही सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके की पड़ताल की है। जहां वाहन जलाये गये थे वहां काफी मात्रा में जला हुआ मोबिलआइल बिखरा पड़ा था जिससे यह अंदेशा होना लाजिमी है कि आग लगाने में उक्त ज्वलनशील पदार्थ का इस्तेमाल किया गया है। सभी वाहनों की सम्मिलित तहरीर पुलिस को दे दी गई है, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
- विगत 9/10 अप्रैल की रात तकरीबन 11 बजे घर के बाहर खड़ी एक स्कॉर्पियो गाड़ी में अचानक आग लग गई थी औरे वह धू धू कर जल गई थी। घर के लोगों ने दमकल कर्मियों व मोहल्ले वासियों की मदद से आग पर काबू पाया था। ग्राम बरहल निवासी ब्रजकिशोर पुत्र रामभरोसे यहां कस्बे के प्रताप नगर मोहल्ले में किराये के मकान में पिछले तीन सालों से रह रहे हैं। इनकी स्कॉर्पियो गाड़ी नंबर यूपी 92 ई 4858 रोज की तरह उस रात भी घर के दरबाजे पर खड़ी थी कि रात के लगभग 11 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में गाड़ी में आग लग गई जिससे वह खाक हो गई थी। इस मामले को पुलिस ने काफी हल्के में लेकर शॉर्ट सर्किट बता कर अपना पल्ला झाड़ लिया था। अगर पुलिस मामले की तफ्तीश ढंग से करती तो आज होने बाली आगजनी को शायद रोका जा सकता था। इस तरह की घटनाओं की लगातार हो रही पुनरावृत्ति से यह अंदेशा मजबूत हो रहा है कि कस्बे में ऐसा कोई चिरकुट गिरोह सक्रिय हुआ है जो इस तरह से वाहनों में आग लगाता फिर रहा है। इसके पीछे उसकी मंशा क्या है, यह तभी साफ हो सकेगी जब वे लोग पुलिस के हत्थे चढें और पुलिस उनसे सच उगलवाये।






Leave a comment