उरई । गुरुवार को जिलाधिकारी नरेंद्र शंकर पाण्डेय सुबह अचानक जिला अस्पताल पहुँच गए । उनके साथ सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार मिश्रा भी थे । निरीक्षण के दौरान अल्ट्रासाउंड केंद्र में डॉ गौरव द्विवेदी के नदारत मिलने पर डी एम ने उनका एक दिन का वेतन काट दिया । हालांकि निरीक्षण के ही दौरान डॉ गौरव उनके सामने प्रकट हो गए  । उन्होने स्पष्टीकरण देने की कोशिश की लेकिन डी एम ने कड़े लहजे में कहा कि उन्हे बहानेबाजी पसंद नहीं है । इसके बाद गौरव सहम कर चुप हो गए ।

 

जिलाधिकारी सुबह 9 बज कर 10 मिनट पर जिला अस्पताल जा पहुँचे । उनके निरीक्षण की खबर फैलते ही डाक्टरों और अन्य स्टाफ में हड़कंप मच गया । इस बीच सी एम ओ डॉ कल्पना बरतारिया को भी उन्होने तलब कर लिया । उनके और सी एम एस डॉ जी के निगम के साथ पहले उन्होने वार्डों को देखा । इस दौरान मैट्रन कमलेश कुमारी को एक वार्ड में गेट पर ताला जड़ देने के लिए फटकारा । बर्न वार्ड में एसी गायब देख कर उन्होने सी एम एस की ओर निगाहें तरेरीं । सी एम एस ने सफाई दी कि एसी खराब हो गए थे । उनकी मरम्मत हो रही है । डी एम ने 2 बजे तक एसी लग जाने की हिदायत दी । डी एम जब अल्ट्रा साउंड चैम्बर में पहुँचे तो प्रभारी चिकित्सक डॉ गौरब द्विवेदी के मौजूद न मिलने पर उनका पारा गर्म हो गया । उनका एक दिन का वेतन काटने के निर्देश उन्होने जारी कर दिये ।

 

ओ पी डी के निरीक्षण में उन्होने उन्होने डाक्टरों के रजिस्टर चेक किए जिनमें भरा जाता है कि उन्होने कितने मरीजों को देखा , कितनी दवाइयाँ स्टोर से दिलाईं । ई एन टी के डॉ बीपी सिंह , सर्जन डॉ बसंत लाल और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ केके गुप्ता के रजिस्टर भरे न होने की वजह से उनसे स्पष्टीकरण माँगने को कहा । उन्होने दवाइयों के स्टोर को भी चेक किया । बाद में सी एम एस को 15 दिन के अंदर सारी व्यवस्थाएँ चाक चौबन्द करने की हिदायत दी । इस बीच डी एम ने अस्पताल का हाजिरी रजिस्टर अपने कब्जे में ले लिया और कहा कि बिना छुट्टी लिए गायब डाक्टरों और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा जायेगा ।

Leave a comment

I'm Emily

Welcome to Nook, my cozy corner of the internet dedicated to all things homemade and delightful. Here, I invite you to join me on a journey of creativity, craftsmanship, and all things handmade with a touch of love. Let's get crafty!

Let's connect