0 निर्माण की गुणवत्ता की उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है-एसडीएम
0 निरीक्षण के दौरान बोले एसडीएम, घायलों को मिलेगा मुआवजा
कोंच-उरई। कल शाम नवीन सब्जी मंडी स्थित सी टाइप आठ दुकानों के आगे निर्मित बरामदे के भरभरा कर गिर जाने के बाद दहशत में आये दुकानदार अपनी दुकानें खोलने की हिम्मत नहीं जुटा सके और उन्होंने सड़क पर बैठ कर अपनी दुकानें चलाईं। उनमें इस बात को लेकर भय व्याप्त हो गया है कि जिस तरह ये बरामदा धराशाई हुआ है कहीं उनकी दुकानों का भी वही हस्र न हो। सोमवार को एसडीएम मोईन उल इस्लाम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और कहा कि घायलों को मुआवजा दिलाया जायेगा। उन्होंने कहा है कि निर्माण की गुणवत्ता संदिग्ध है कि इसमें मानक विहीन मैटीरियल का इस्तेमाल किया गया है लिहाजा इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है।
एसडीएम मोईन उल इस्लाम जो मंडी समिति के सभापति भी हैं, ने आज मंडी सचिव डॉ. दिलीप कुमार वर्मा के साथ कल हुये हादसे बाली जगह का निरीक्षण किया। उन्होंने माना कि गुणवत्ता बहुत ही घटिया दर्जे की रही होगी जिसके चलते महज चार पांच साल में ही निर्माण धराशाई हो गया। उन्होंने कहा कि निर्माण में प्रयुक्त सामग्री की टीएसी जांच कराई जा रही है और जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि घायलों को भी पर्याप्त मुआवजा दिलाया जायेगा। जब अधिकारी निरीक्षण के लिये मंडी में पहुंचे तो वहां के दुकानदार सड़क पर अपनी दुकानें सजाये बैठे दिखे। बातचीत में उन्होंने बताया कि कल की घटना से वे लोग डरे हुये हैं कि कहीं उनकी दुकानों भी यही हश्र न हो क्योंकि सब्जी मंडी में बनी सभी दुकानें एक ही तरह के मैटीरियल से बनी हैं। एसडीएम ने अन्य दुकानों का भी जब अवलोकन किया तो सभी दुकानों में बड़ी बड़ी दरारें पाई गईं। कहा कि उन्होंने मंडी सचिव से पूरी रिपोर्ट मांगी है कि कब इन दुकानों का निर्माण कराया गया था और किस संस्था ने इनका निर्माण कराया था। रिपोर्ट के आधार पर ही वह भी अपनी रिपोर्ट डीएम को भेज कर उच्च स्तरीय जांच की संस्तुति करने वाले हैं।
लेबर दुकान के अंदर काम को नहीं राजी
रविवार को नवीन सब्जी मंडी में ताश के पत्तों की तरह बरामदों के ढेर हो जाने के बाद वहां व्यापार कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है और वहां काम करने वाली लेबर दुकानों के अंदर काम करने को कतई राजी नहीं है। सब्जी मंडी में थोक व्यापार करने बाले सब्जी फर्रोश सुल्तान अहमद कल की घटना से बहुत डरे हुये हैं, उनका कहना है कि जब उनकी खुद की हिम्मत दुकानों के अंदर बैठ कर व्यापार करने की नहीं पड़ रही है तो वे कैसे लेबर से वहां काम करने के लिये कह सकते हैं।
सभी दुकानें फटी हैं, टीपटाप कराई जाये
एक अन्य सब्जी व्यापारी रामानंद कुशवाहा कल के हादसे के बाद से इतनी दहशत में हैं कि अपनी दुकान के भीतर झांकने तक की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। उनका कहना है कि सब्जी मंडी में बनी सभी आधा सैकड़ा दुकानें अंदर से फटी हुई हैं और कभी भी दुकानों की छत नीचे आकर कयामत का सबब बन सकती हैं। उन्होंने कहा है कि सभी व्यापारियों की यह पुरजोर मांग है कि दुकानों की दरारों की मरम्मत कराई जाये ताकि किसी अनहोनी की आशंका को टाला जा सके।






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