उरई। परम स्वतंत्र न सिर पर कोई यह कहावत सरकारी विभागों के लिए ही बनी है। ऐसा ही एक विभाग है लघु सिचाई जिसमें किसानों के साथ सरेआम धोखाधड़ी करके सरकारी रकम पर डकैती डाली जाती रही फिर भी अभियंता और बाबू मूछों पर तांव देकर बदस्तूर नौकरी करते हैं जैसे उनकी जबाबदेही तय करने के लिए कोई नियम और कानून न हो।
ताजा मामला विकास खंड डकोर के हरदोई गूजर ग्राम का है जिसके मूलचंद्र द्विवेदी पिछले छह वर्षों से अपनी जमीन पर स्थापित उस अदृश्य नलकूंप की परछाई ढूढ़ रहे हैं जिसे लगा देने की लिखित में जानकारी विभाग द्वारा उन्हें दे दी गई थी। मजे की बात यह है कि लघु सिचाई विभाग की इस खुली चार सौ बीसी की आज तक कोई जांच नही हो पाई है जबकि मूलचंद्र द्विवेदी जिलाधिकारी और मंडलायुक्त से लेकर सीएम तक को शिकायतों का पुलिंदा भेज चुके हैं। इस क्रम में मूलचंद्र द्विवेदी ने आज फिर वर्तमान डीएम को सारे दस्तावेजों के साथ शिकायत सौंपी। क्या इसके बावजूद मूलचंद्र द्विवेदी का नलकूंप उन्हें मिल पायेगा और झूठी कंप्लीशन रिपोर्ट देने वाले लघु सिचाई के अभियंता जेल पहुंच पायेगें या इस शिकायत की भी पूर्व की शिकायतों की तरह ही मटटी पलीत हो जायेगी।






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