उरई । प्रसिद्ध दंत चिकित्सक डॉ अंकुर शुक्ला की पत्नी और वरिष्ठ पत्रकार व इप्टा के अध्यक्ष कामरेड देवेन्द्र शुक्ला की पुत्र वधू श्वेता का 2 दिन तक ज़िंदगी और मौत के बीच जूझते हुए आखिर दुखद निधन हो गया । शनिवार को उनकी अंत्येष्टि में सदर विधायक सहित कई राजनेता , चिकित्सक , शिक्षाविद , रंगकर्मी और बड़ी संख्या में अन्य गणमान्य शामिल हुए । इस दौरान हर किसी की आँखें भरी हुई थीं ।
श्वेता को गुरुवार को अप्रत्याशित रूप से दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद हड़बड़ाए परिजन स्थानीय चिकित्सकों की सलाह के बाद आनन फानन उन्हें कानपुर ले गए जहाँ 2 दिन तक चाँदनी नर्सिंग होम में उपचार कराये जाने के बाद भी उन्हे बचाया नहीं जा सका । श्वेता ने बीती देर रात आखिरी साँस ली । जैसे ही उनका उपचार कर रहे डाक्टर ने कहा कि सॉरी हम उन्हे बचा नहीं सके , अंकुर शुक्ला सहित पूरा परिवार स्तब्ध रह गया । जब सुबह श्वेता का पार्थिव शरीर कानपुर से घर लाया गया तो बहुत ही मार्मिक मंजर उपस्थित हो गया । ख़ासतौर से जब उनकी मासूम बिटिया और नन्हा बेटा अपनी माँ को अंतिम विदाई दे रहा था तो हर किसी की रुलाई फूट पड़ी ।
अंत्येष्टि के दौरान मोक्षधाम पर विह्वल गणमान्यो की भीड़ का नजारा भी द्रवित करने वाला रहा । सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा , पूर्व बार अध्यक्ष अरविंद गौतम चच्चू , भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बृजभूषन सिंह मुन्नू , इप्टा की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सतीश शर्मा , दलित चिंतक रामाधीन , गोहन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राकेश द्विवेदी , सिंचाई विभाग के सेवानिवृत अधिशाशी अभियंता एस के पाण्डेय , पत्रकार सत्येन्द्र पस्तोंर, सुनील शर्मा , संजय दुबे , के पी सिंह , रंगकर्मी राज पप्पन , संजीव , भाजपा नेता अरविंद चौहान , पवन तोमर , अधिवक्ता संजीव गुर्जर आदि मुख्य थे । इस प्रसंग के कारण आज शहर में पूरे दिन माहौल विषादमय रहा ।






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