उरई। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रतिनिधि मंडल ने आज 12 सूत्रीय मांग पत्र के साथ नवागंतुक जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से भेंट कर वार्ता की। अधिकांश बिंदुओ पर बीएसए ने सहमति जताई और भरोसा दिया कि उनके स्तर पर जो भी संभव है शिक्षकों को वैसी राहत अविलंब प्रदान की जायेगी। नये बीएसए के कार्यभार संभालने के बाद शिक्षक संगठनों में आज सबसे पहले राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा उनसे भेंट की गई। इस प्रतिनिधि मंडल में जिला संरक्षक प्रकाश नारायण पाठक, जिला प्रभारी अरविंद नगायच, जिलाध्यक्ष राजेंद्र राजपूत, संघर्ष समिति के अध्यक्ष इलियास मंसूरी, जिला महामंत्री प्रदीप चैहान और अरुण पांचाल शामिल थे। मोटे तौर पर इस मांग पत्र में बीएसए को बताया गया कि जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं की सेवा अवधि 3 वर्ष पूर्ण हो चुकी है उन्हें पदोन्नति लाभ मिल जाना चाहिए था लेकिन पूर्व अधिकारी उनके साथ मात्र टाल-मटोल कर उन्हें धोखा देते रहे। नये अधिकारी ऐसे प्रतीक्षारत शिक्षकों से तत्काल न्याय करें। गत माह का वेतन शिक्षकों को अविलंब दिलाया जाये। गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों का संचालन प्रभावी तरीके से रोका जाये। विभिन्न भत्तों के संबंध में लंबित पत्रावलियों का शीघ्रातिशीघ्र निस्तारण किया जाये। शिक्षकों से बेगारी पर रोक लगाई जाये। मुज्जफर नगर व उन्नाव की भांति जनपद जालौन में भी बीएसए और बीआरसी कार्यालयों में सिटीजन चार्टर लागू किया जाये। शिक्षक-शिक्षिकाओं के लंबित स्पष्टीकरण सहानुभूति के साथ स्वीकार कर उन्हें वेतन और एरियर भुगतान का रास्ता प्रशस्त किया जाये। नव न्युक्त शिक्षकों के जिनके सत्यापन पूर्ण हो चुके हैं अवशेष देयकों के बिल बनाकर उनका भुगतान कराया जाये। छात्र-छात्राओं को निशुल्क वितरित की जाने वाली पाठय पुस्तकें शासनादेशों के अनरूप विद्यालयों तक भेजी जायें जबकि अभी शिक्षकों को अपनी जेब से भाड़ा अदा कर उन्हें एनपीआर सी से उठाने जाना पड़ रहा है। सभी स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं की व्यवस्था की जाये तांकि गुणवत्तापूर्ण पठन-पाठन कराया जा सके। अंशकालिक अनुदेशकों, शिक्षा प्रेरकों व रसोइयों के मानदेय का भुगतान अविलंब कराया जाये। खंड शिक्षाधिकारियों व ब्लाॅक लिपिकों की अपनी न्युक्ति स्थान पर उपस्थिति सुनिश्चित की जाये।






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