उरई। सिचाई विभाग में कार्यरत युवक ने मानसिक संतुलन ठीक न होने के कारण अपने बंद पड़े पुराने मकान में फांसी पर झूलकर आत्महत्या कर ली। सुबह घरवाले ढूढ़ते-ढ़ूढ़ते पुराने मकान पर पहुंचे और भीतर से घर बंद होने के कारण छत से नीचे जाकर देखा गया तब उसकी मौत का पता चला। बंगरा में सींचपाल की नौकरी कर रहे कुठौंद निवासी मनोज कुमार दोहरे (35वर्ष) के रात से लापता होने के कारण परिवार के लोग सुबह से उसकी तलाश कर रहे थे। माध्यान के बाद उसका शव पुराने घर में फांसी पर झूलता मिला। गौरतलब है कि मनोज कुमार का पूरा घर सरकारी नौकरी में है। जिसकी वजह से परिवार के लोग ब्लाॅक कालौनी के सरकारी मकान में रहते हैं। जबकि खटीकान मोहल्ला स्थित पुराने मकान में ताला लगा रहता था। मनोज शुक्रवार की रात नौकरी करके बंगरा से लौटा तो परिवार के पास जाने की बजाय पुराने घर की ओर चला आया। जहां उसने मकान का ताला तोड़ा और उसमें घुसकर किसी समय फांसी लगा ली। परिवार वालों से सूचना मिलने के बाद कुठौंद पुलिस ने उसका शव मौक पर पहुंचकर कब्जे में ले लिया। पुलिस ने परिवार के लोगों से बात की घर के लोगों ने बताया कि मनोज को किसी तरह की कोई परेशानी या संकट नही था लेकिन उसका मानसिक संतुलन ठीक नही था। अनुमान है कि इसी के चलते उसने जुंग में फांसी लगा ली।






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