उरई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशांे के बाद जिला प्रशासन द्वारा अवैध रूप से बालू का खनन तथा आवक को रोकने के लिये कड़ा अभियान चलाने के निर्देश दिये गये है। इन निर्देशो के बाबजूद भी मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़े थाना पुलिस के संरक्षण के चलते प्रतिदिन सैकड़ो ट्रक ओवरलोड बालू जनपद में आ रही है। माफियाओं से सैटअप के चलते स्थानीय थाना पुलिस इन ओवरलोड ट्रको को सुरक्षित निकलवाने में भूमिका अदा करती है। मध्य प्रदेश की सीमा से लगे माधौगढ़, रामपुरा, नदीगांव, आदि ऐसे इलाके है जहंा मध्य प्रदेश से लायी गयी बालू ओवरलोड ट्रको के माध्यम से यहंा से गुजरती है। सूत्र बताते है कि मध्य प्रदेश के मछण्ड अते्रहता से यह बालू अवैध रूप से भरी जाती है। फिर रामपुरा-नदीगांव होते हुये जगम्मनपुर मार्ग से या तो औरेया की ओर जाती है या फिर माधौगढ़ होते हुये जनपद के अन्य इलाको में जाती है। स्थानीय लोगो के आरोप तो यह भी है कि प्रति ट्रक चार से पांच हजार रूपये लेकर थाने से जुड़े कोबरा सिपाहियों तथा 100 डायल वाहनो द्वारा इन ट्रको को सुरक्षित निकाला जाता है। जिम्मेदार अधिकारियों से पूरी रेती भी स्थानीय पुलिस के सिपाही करते है। अगर कोई आलाधिकारी इस दौरान निरीक्षण के लिये निकलता है तो वाईक से घूमने वाले कोबरा सिपाही पहले ही मोबाइल के माध्यम से इसकी सूचना ट्रक चालको को दे देते है। साथ ही उन्हे सुरक्षित ट्रक खडा करने की जगह भी बता देते है। जैसे ही अधिकारी वहंा से निकलते है वैसे ही हरी झण्डी दे दी जाती है। इसके अलावा हमीरपुर से जुड़ी मध्य प्रदेश की सीमा से आने वाले ट्रक भी बडी संख्या में डकोर होते हुये जनपद के विभिन्न इलाको तथा कानपुर आदि जनपदो में जाते है। बहरहाल प्रतिदिन सैकडो की संख्या में जिस तरह ओवर लोड ट्रक निकल रहे है उससे साफ पता चलता है कि कहीं न कहीं इन ट्रको को स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है।






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