
उरई । जिला जेल में निरुद्ध दूधिये की संदिग्ध हालत में हुई मौत की वजह से अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा ।
मुहम्मदाबाद निवासी दूधिया ( 35वर्ष ) पुत्र रामस्वरूप दूध बेचता था । खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक दिन उसके दूध का नमूना भर लिया । लेब की जाँच में उसकी दूध में मिलावट की पुष्टि होने के बाद उसके ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर लिया गया । इस मामले में तारीखें मिस हो जाने पर अदालत ने उसके ख़िलाफ़ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था जिसमें पुलिस ने 10 अगस्त को गिरफ़तार कर अदालत में पेश किया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया । जेल प्रशासन का कहना है कि आज जेल में तबीयत खराब होने पर उसे जेल से अस्पताल लाया गया था लेकिन उपचार शुरू हो जाने के वाबजूद उसने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया जबकि उसके भाई का कहना है कि जेल प्रशासन ने उसकी मौत की सूचना घर वालों को नहीं भेजी जिससे दाल में काला लग रहा है । जेल के अधिकारियों के ख़िलाफ़ जाँच होनी चाहिये । मृतक के चार संताने हैं जिनमें सबसे बड़ा बेटा है जिसकी उम्र 15 वर्ष है जबकि उससे छोटी तीन बेटियाँ भी हैं ।






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