
कालपी(उरई )। सामान्य से बहुत कम बारिश होने से खरीफ की फसल 80 प्रतिशत सूखने के कारण क्षेत्रीय किसान परेशान है। वहीं फसल सूखने से किसानों के सामने पालतू जानवरों के लिए चारे की समस्या पैदा हो गई है।
क्षेत्रीय कृषक कन्हई सिंह बुंदेला, हरदेव सिंह उरकरा, रविन्द्र सिंह जोल्हूपुर, सुरेन्द्र सिंह पड़री, तेज सिंह पिपरोधा सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि विगत वर्षो में देवीय आपदा के कारण क्षति की भरपाई नही हो पाई थी इस वर्ष पुनः सामान्य औसत से बहुत कम बर्षा होने से कालपी के अलावा विकास खंड महेबा एवं कदौरा के किसानों के चेहरे पर उनकी फसल की चिंता की झलक स्पष्ट देखी जा सकती है। कम वर्षा होने से खरीफ की फसल पूरी तरह नष्ट होने की कगार पर पहुंच गयी है। किसानों ने बताया कि खरीफ की फसल सूखने से पालतू पशुओं खासतोर पर दूधारू जानवरों पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। क्योंकि फस्ल सूखने से पूरे क्षेत्र में चारे का संकट पैदा हो गया है तथा पर्याप्त चारा न मिलने से दूध का उत्पादन भी घटने लगा है किसानों ने बताया कि यदि समय रहते वर्षा न हुयी तो पूरे क्षेत्र में भुखमरी की स्थिति पैदा हो जाएगी।






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