उरई। बाल विकास विभाग के बाबू के खिलाफ आखिर में पुलिस को मुकदमा दर्ज करना ही पड़ा। बाल विकास विभाग में तैनात बाबू श्याम नारायण ने एक आंगनवाड़ी कार्यकत्री को उसकी मजबूरी का फायदा उठाकर अपनी हवश का शिकार बना डाला था। आंगनवाड़ी कार्यकत्री की आत्मा बाद में इसे लेकर विद्रोह कर उठी और वह पुलिस में पहुंच गई। लेकिन बाबू श्याम नारायण के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज नही किया। आंगनवाड़ी कार्यकत्री अधिकारियों से रोई फिर भी किसी ने उसकी मदद नही की। अंततोगत्वा उसने अदालत की शरण ली। जिसके बाद अदालत के आदेश पर आज उरई कोतवाली में बाबू के खिलाफ रेप और जान से मारने की धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।






Leave a comment