कोंच-उरई। आज दिनदहाड़े भीड़भाड़ से भरे तिराहे पर सिपाही और कोतवाल के बीच धक्का मुक्की देख सनसनी फैल गई। किसी बात को लेकर सिपाही ने न केवल कोतवाल को गरियाया बल्कि आरोप है कि उसने कोतवाल पर राइफल भी तान दी और उनके साथ धक्का मुक्की की। इस घटना के सैकड़ों चश्मदीद वारदात के वक्त जहां के तहां थमे रह गये। कोतवाल का आरोप है कि सिपाही को पिकेट ड्यूटी पर लगाया गया था लेकिन वह ड्यूटी करने के बजाये एक दुकान पर बैठ कर समय पास कर रहा था जिसके चलते उसे जब समझाया गया वह पलट पड़ा। इधर, सिपाही ने अपनी सफाई में कहा है कि वह अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद था, कोतवाल तिराहे से रेहडियां हटाने के लिये कह रहे थे जबकि रेहडियां किनारे लगी थीं। राइफल तानने की बात पर सिपाही का कहना है कि वह कोतवाल को राइफल लौटा रहा था न कि उनके ऊपर तान रहा था। इस मामले को लेकर सीओ रुक्मिणी वर्मा ने मौके का निरीक्षण भी किया है और वहां लोगों से घटना के बाबत पूछताछ भी की है। दरअसल, कोतवाली के सिपाही सुंदरलाल यादव को व्यस्ततम और भीड़भाड़ वाले मारकंडेयश्वर तिराहे पर पिकेट पर लगाया गया था। उसके साथ सिपाही सच्चिदानंद भी था। दोपहर लगभग 1 बजे कोतवाल सत्यदेव सिंह मंडी में आयोजित एक कार्यक्रम में जाने के लिये उक्त तिराहे से जब गुजरे तो उन्हें सिपाही तिराहे पर होने के बजाये एक दुकान पर कुर्सी डाले बैठे दिख गये। उन्होंने गाड़ी रोक कर सिपाहियों को समझाया कि उनकी ड्यूटी तिराहे पर है और वहीं रह कर यातायात देखें ताकि काई गड़बड़ी न हो। इतना कह कर वह मंडी चले गये। बीस मिनट बाद वह फिर लौटे तो सिपाही उन्हें वहीं बैठे दिखे जिस पर उनका पारा चढ गया। उन्होंने गाड़ी रोक कर सिपाहियों को बुलाया। कोतवाल का आरोप है कि सिपाही सुंदरलाल वहां से गालियां देता हुआ आया और उनके ऊपर राइफल भी तान दी। कोतवाल के मुताबिक सिपाही ने उनके ऊपर यह भी आरोप लगाया कि वह तीन लाख रुपया महीना लेकर गोकशी कराते हैं। काफी देर तक वहां पुलिस बनाम पुलिस के बीच यह तमाशा होता रहा और लोग अवाक् से यह नजारा देखते रहे, यहां तक कि उतने समय के लिये यातायात भी थम गया। सिपाही का कहना है कि बीच तिराहे पर उसके साथ कोतवाल ने अभद्रता कर उसे बेइज्जत किया। फिलहाल, मामला उच्चाधिकारियों के भी संज्ञान में डाला गया है। सीओ कोंच रुक्मिणी वर्मा ने भी मौके का जायजा लिया और वहां मारकंडेयश्वर तिराहे पर लोगों से पूछताछ की है।
घटना को लेकर सीओ का गोलमोल जबाब
शनिवार को दिनदहाड़े सिपाही और कोतवाल के बीच हुये युद्घ को लेकर सीओ कोंच रुक्मिणी वर्मा ने मौके का जायजा लिया और लोगों से घटना के बाबत पूछताछ भी की लेकिन इस मामले में पुलिस की अग्रिम कार्यवाही को लेकर उनका जबाब गोलमोल ही रहा। उन्होंने कहा है कि यह उनके घर परिवार का मामला है और घर में ही बैठ कर निपटा लिया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि उन्होंने घटना स्थल पर जाकर भी जानकारी कर ली है, पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है।
कोतवाल ने मुझे बेइज्जत किया-सिपाही
इस मामले में सिपाही सुंदरलाल यादव का कहना है कि कोतवाल ने सरेआम उसे बेइज्जत किया है। यह भी बताया कि उसने कोतवाल पर राइफल नहीं तानी बल्कि जब कोतवाल ने उससे कहा कि वह ड्यूटी करने लायक नहीं है तो वह कोतवाल को राइफल लौटा रहा था। सिपाही का यह भी कहना है कि आये दिन कोतवाल सिपाहियों से अभद्रता करते रहते हैं।






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