कालपी-उरई। तहसील क्षेत्र के गांवों में शौचालय वितरण योजना में वसूली की जा रही है। ग्रामों में ग्रामीणों से खुलेआम शौचालय के नाम पर दो दो हजार रुपये की रकम वसूली जा रही है। सूत्रों से खबर है कि ग्राम प्रधानों व सचिवों की मिली भगत से गरीबों का दोहन किया जा रहा है। भ्रष्टाचार के पैमाने पर प्रकाश डालें तो टू जी स्पेक्ट्रम हो, चारा घोटाला हो, व्यापम घोटाला या कोई और ये बडे“ घोटाले हैं, लेकिन ये उत्तरप्रदेश है जहां गरीबों के शौचालय तक को नही बक्सा जा रहा। ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत डीएम से की है।
बता दें कि सरकारों द्वारा लागू की जाने वाली योजनाओं को हरी झंडी मिलते ही मानो नीचे से ऊपर तक बैठे भ्रष्टाचारियों की लॉटरी निकल पड़ती है। व हर नई योजना के बहाने काली कमाई का एक जरिया भी निकल आता है। बीते दिनों में गरीबों को कॉलोनी दिलाये जाने के नाम पर उन लोगों तक से 20-20 हजार रुपये ले लिए गए जिनको दो जून की रोटी जुटाने तक के लाले पडे“ हैं, और जिसने नही दिए उसको कॉलोनी नही मिलेगी। फिलहाल योगी आदित्यनाथ ने मेट्रो का उदघाटन किया था, व कल नरेंद्र मोदी बुलेट ट्रेन का शिलान्यास करेंगे। ये बडे“े नेता हैं। कॉलोनी घोटाले व शौचालय घोटाले छोटे घोटाले हैं, लेकिन सवाल तो यह है कि 21वीं सदी में डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहे भारत देश का सच तो इसी बात से उजागर हो जाता है कि अपने घर मे शौचालय बनवाएं, इस विज्ञापन में ही करोड़ों बहा दिए जाते हैं, और शौचालय के नाम पर आया पैसा बंदरबांट होकर जनता तक पहुंचता है व जिन जिन अधिकारियों तक इस बंदरबांट का कमीशन पहुंच जाता है वे कार्यवाही नही करते है।






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