
उरई। सदर कोतवाली क्षेत्र के चक जगदेवपुर गांव में खेत से होकर रास्ते को लेकर चल रहा विवाद सोमवार की शाम खूनी संग्राम में बदल गया। जिसमें पांच महिलाओं सहित 15 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में आधा दर्जन की हालत इतनी नाजुक थी कि उन्हें जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज झांसी के लिए रेफर करना पड़ा।

उक्त गांव में कई दिनों से एक खेत से होकर इस्तेमाल किए जा रहे रास्ते को रोके जाने से विवाद की स्थिति बनी हुई थी। विवादित पक्षों में तनाव गहराने की सूचना मिलने पर रविवार को पुलिस ने दोनों ही पक्षों के कई लोग हिरासत में ले लिए थे। जिन्हें आज सिटी मजिस्ट्रेट के सामने मुचलका भरवाने के बाद छोड़ा गया था।
लेकिन गांव पहुंचते ही दोनेां पक्ष फिर भिड़ गए और देखते-देखते संघर्ष युद्ध जैसी स्थिति में बदल गया। इसमें लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी चलने के साथ-साथ फायरिंग की भी खबर है। हालांकि पुलिस ने तात्कालिक तौर पर गोली चालन की पुष्टि करने से इंकार कर दिया है। संघर्ष की खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और लहू-लुहान लोगों को अपनी कस्टडी में जिला अस्पताल ले आई। घायलों में छदामी, मीरा देवी, उदय सिंह, बद्री प्रसाद, राम दास, गीता, दिनेश, राजेश्वरी, सीता, राजेन्द्र, राम मोहन, राम शंकर, प्रभु दयाल आदि शामिल हैं। सबसे संगीन स्थिति 70 वर्षीय प्रभू दयाल और 60 वर्षीय बद्री प्रसाद की है। इन समेत पांच लोगों को मेडिकल कालेज झांसी के लिए रेफर कर दिया गया है।

उधर घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस को गांव में तैनात किया गया है। पुलिस अधीक्षक समेत वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं।






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