कालपी-उरई। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने लंबित छह सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया और उन्होंने अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। पूर्व की सरकार ने आश्वासन भी दिया था, उसके बाद भी हमारी लंबित मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रमोद दुबे ने कहा कि उत्तराखंड व अन्य प्रदेशों की भांति यूपी में भी राजस्व परिषद एवं उत्तर प्रदेश शासन से लेखपाल का नाम राजस्व निरीक्षक शैक्षिक योग्यता स्नातक की संस्तुति की गई है, जो वेतन समिति में एक वर्ष से लंबित है, उसे शीघ्र लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि संवर्ग में कुछेक लेखपाल 16 वर्ष की सेवा पर 4200 का ग्रेड व कुछेक लेखपालों को इतनी ही सेवा पर 2800 का ग्रेड दिया जा रहा है, इस गंभीर विसंगति को दूर करने के लिए परिषद व शासन से सकारात्मक संस्तुति सीएम की सहमति के साथ वेतन समिति को भेजी गई है, इस पर अभी तक कुछ निर्णय नहीं लिया गया है। धरने के दौरान छविनाथ सिंह, हरेंद्र सिंह, प्रमोद दुबे, रामनरेश गुप्ता, भगवती शरण, संजय चैरसिया, काशीप्रसाद, दिनेश कुमार समेत कई लेखपालों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए अवगत कराया कि अगर उनकी मांगें न मानी गई तो लेखपाल संघ अपने कार्यों का बहिष्कार करेगा।






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