
उरई। दो दिन पहले भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के साथ मारपीट करना दबंग आटा टोल प्लाजा के मैनेजर को आखिरकार भारी पड़ गया। सत्ता के आगे आखिरकार खाकी को झुकना पड़ा और आटा टोल प्लाजा के मैनेजर समेत पांच अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि इससे पहले आटा टोल मैनेजर की तहरीर पर पुलिस ने युवा मोर्चा व डेढ़ दर्जन अज्ञात के खिलाफ पहले ही मुकदमा दर्ज कर लिया था।
बताते चले कि दो दिन पहले भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामू निरंजन कालपी से लौट रहे थे। आटा टोल प्लाजा पर टोल को लेकर टोल कर्मियों से विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा कि टोल प्लाजा के कर्मियों ने रामू निरंजन को जमकर धुन डाला। अपने साथ हुई घटना की खबर युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ने अपने साथियों को दी तो उरई से दो दर्जन लोग गाडियों पर सवार होकर टोल प्लाजा पहुंचे और इन्होंने भी टोल कर्मी व मैनेजर के साथ हाथापाई कर दी। मामला सत्ता पक्ष से जुड़ा होने के बाद भी पुलिस ने चांदी के जूते की बजाने में संकोच नहीं किया और तत्काल प्लाजा मैनेजर की तहरीर पर भाजपा नेताओं पर मुकदमा दर्ज कर लिया। क्रास एफआईआर को लेकर भाजपा के लोगों ने विधायक व जिलाध्यक्ष से गुहार लगाई। आखिरकार पुलिस को क्रास एफआईआर करनी पड़ी।
चार नामजद व 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज
भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामू निरंजन की तहरीर पर पुलिस ने आटा टोल प्लाजा के मैनेजर रघुवंश पांडे, लालू यादव, धर्मेंद्र यादव, विजय समेत 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 307, 323, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया।
वैरीफिकेशन में फेल दिखी थाना पुलिस
एसपी के निर्देश के बाद भी गैर जनपद के लोगों के वैरीफिकेशन का काम पुलिस नहीं कर पा रही है। इसकी बानगी भी आज के मुकदमे में देखी गई। जिसमें पुलिस ने टोल प्लाजा मैनेजर समेत जिन चार लोगों को नामजद किया हैं, उनके न तो पिता का नाम मालूम है और न ही यह पता है कि वह कहां के रहने वाले हैं। बीते काफी समय से टोल प्लाजा में रह रहे मैनेजर व कर्मियों का पुलिस को पूरा विवरण ज्ञात न होना निश्चित तौर पर एसपी के निर्देशों की धज्जियां उड़ाना माना जा रहा है।






Leave a comment