
उरई। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने जालौन के खंड शिक्षाधिकारी डा. विनोद गौतम के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए बेसिक शिक्षाधिकारी से उनको तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर मुख्यालय संबद्ध करने की मांग की तांकि शिक्षकों को उनके उत्पीड़न से छुटकारा मिल सके। ऐसा न होने पर महासंघ ने धमकी दी है कि उन्हें आंदोलनात्मक कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षाधिकारी की होगी।
शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष राजेंद्र राजपूत, कार्यवाहक जिला महामंत्री अरुण पांचाल, संघर्ष समिति के अध्यक्ष इलियास मंसूरी तथा जिला प्रभारी अरविंद नगायच ने संयुक्त रूप से कहा कि डा. विनोद गौतम हिटलर शाही को चलाते हुए भ्रष्टाचार व शोषण की इंतहा किये हुए हैं। उन्होंने जूनियर विद्यालयों में विज्ञान किट पंजीकृत फर्म से न मंगाकर अपने स्तर पर घटिया दर्जे की सप्लाई कर दी जिसमें भारी कमीशन खोरी हुई। क्योंकि उक्त किट की दर्शाई गई कीमत वास्तविकता में आधी भी नही है। इसी तरह बच्चों की ड्रेस में प्रधानाध्यापकों को अधिकृत किया गया था। लेकिन कमीशन के लालच में उन्होंने घटिया ड्रेसी बांट दीं और अब वेतन रोककर प्रधानाध्यापकों पर उनके भुगतान की चेक काटने के लिए दबाव बना रहे हैं।






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